भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस 18 सीटों पर सीनियर नेताओं को चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इससे पहले सीटों पर नाम फाइनल करने के लिए वर्चुअल बैठक हुई है. जिसमें कमलनाथ, जीतू पटवारी, दिग्विजय सिंह सहित कई और बड़े नेता बैठक में मौजूद रहे. लोकसभा प्रभारी जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई. पिछले दिनों कांग्रेस 10 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है. बाकी बची 18 सीटों पर कई बड़े सीनियर नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा.
हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का चुके हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी. वह निभाएंगे, पार्टी कहेगी तो चुनाव मैदान में भी वह उतरेंगे, यह फैसला पार्टी की ओर से होगा. माना जा रहा है कि सीनियर नेताओं को चुनाव लड़ने की वजह है कि राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा है कि जब किसी केसी वेणुगोपाल और भूपेश बघेल को टिकट दिया गया है. वह चुनावी मैदान में है तो फिर मध्य प्रदेश में भी सीनियर नेताओं को चुनाव लड़ना होगा. ठीक यही कारण है कि 19 तारीख को होने वाली दिल्ली में बैठक से पहले वर्चुअल बैठक हो रही है. इसमें सिंगल नाम पर चर्चा हुई है. इसके बाद दिल्ली में बैठक के दौरान नाम पर चर्चा होगी और उसके बाद चुनाव लड़ने वाले नेताओं के नाम की सूची जारी कर दी जाएगी. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश में 29 में से 28 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. 10 सीटों का ऐलान कांग्रेस पहले ही कर चुकी है. 18 सीटों पर फैसला 19 मार्च को होगा.
18 के बजाय 19 को होगी बैठक
दिल्ली में कांग्रेस इलेक्शन कमेटी की बैठक 18 मार्च को होने वाली थी लेकिन 18 सीटों पर सिंगल नाम पर फैसला करने के लिए हाई कमान ने स्क्रीनिंग कमेटी के साथ एक और बैठक करने के लिए कहा है. इसी कारण से 18 मार्च को होने वाली दिल्ली में बैठक 19 मार्च को होगी. इसके बाद कांग्रेस की सूची जारी हो जाएगी. दिल्ली में होने वाली बैठक में जितेंद्र सिंह, उमंग सिंगार, जीतू पटवारी और ओमकार मरकाम भी शामिल होंगे.
बड़े नेताओं में से सबसे पहले अरुण ने मांगा टिकट
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कह चुके हैं कि वह राज्यसभा के सदस्य हैं. इसलिए चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन पार्टी कहेगी तो चुनाव लड़ेंगे. वही कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. कमलनाथ छिंदवाड़ा से सांसद रह चुके हैं. इसलिए अगर पार्टी उन्हें दूसरी सीट से चुनाव लड़ना चाहती है तो फिर कमलनाथ ही लोकसभा सीट का चुनाव करेंगे. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अरुण यादव खुद ही लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन खंडवा से नहीं गुना से उन्होंने दावेदारी की है और खास बात है कि दिल्ली में हाई कमान से मुलाकात का टिकट भी मांग चुके हैं.