MP News: प्रदेश सरकार ने परिसीमन की तैयारी कर ली है. इधर कांग्रेस ने भी परिसीमन को लेकर एक कमेटी तैयार की है. प्रदेश कांग्रेस ने विवेक तन्खा की अध्यक्षता में पांच सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. साल 2007 की परिसीमन की प्रक्रिया के अध्ययन के आधार पर कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रत्येक जिले में परिसीमन का काम देखने के लिए कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा.
भाजपा के परिसीमन पर भरोसा नहीं – कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि भाजपा के परिसीमन पर कांग्रेस को भरोसा नहीं है. संविधान और नियमों का उल्लंघन करके फायदा पहुंचाने के लिए बीजेपी और सरकार परिसीमन करवाएगी. इस पर नजर रखने के लिए कांग्रेस ने भी तैयारी करके कमेटी बनाई है. बीजेपी के परिसीमन पर कांग्रेस नजर रखेगी अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो कोर्ट की तरफ भी कांग्रेस जाएगी. इसलिए एक नई कमेटी बनाई गई है.
ये भी पढ़ें: इंदौर में पटाखे जलाने पर विवाद का मामला; VHP ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, मिठाई और पटाखे बांटे
जीतेंद्र मिश्रा ने आगे कहा है कि बीजेपी के भीतर कांग्रेस से आने वाले नेताओं की मौजूदगी से पार्टी का मूल कार्यकर्ता नाराज है. वह नेताओं के लिए नारे लगाता था. झंडा उठता था, दरी बिछाता था. उसे पार्टी के भीतर जगह नहीं मिल रही है. कांग्रेस से आए नेताओं को जिम्मेदारी मिल रही है. इस वजह से बीजेपी के भीतर संतोष पैदा हो रहा है. इसका असर भी निगम मंडल की नियुक्ति पर भी दिखाई दे रहा है.
बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
परिसीमन को लेकर कांग्रेस की कमेटी पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. भाजपा प्रवक्ता मिलन भार्गव का कहना है कि कांग्रेस को संविधान और नियमों पर कोई भरोसा नहीं है. 10 साल तक सरकार से दूर रहने वाली कांग्रेस को किसी पर भी भरोसा नहीं है. यही वजह है कि परिसीमन के लिए एक नई कमेटी बना रही है. कांग्रेस का काम है, कमेटी बना है तो बना ले लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार परिसीमन को लेकर सभी नियम कायदों का पालन कर रही है.
वहीं बीजेपी में निगम मंडल और प्राधिकरण में नियुक्ति में देरी को लेकर भाजपा प्रवक्ता ने सफाई दी है. भाजपा प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि बीजेपी में कोई भी कार्यकर्ता पद लेने के लिए शामिल नहीं हुआ है. वह पार्टी के प्रति काम करता है. पार्टी उसके काम के आधार पर जिम्मेदारी देती है. मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पहले भी कह चुके हैं कि पार्टी में बेहतर काम करने वाले नेताओं को उपकृत किया जाएगा. जल्द ही नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी और निगम मंडलों की नियुक्ति होगी.