MP News: उज्जैन में 20 साल के एमबीबीएस स्टूडेंट पंशुल ने अपने दोस्तों से प्रताड़ित होकर खुदकुशी कर ली. पंशुल इंदौर में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. जहां हॉस्टल में दो दोस्तों ने प्रंछुल के साथ यौन शोषण किया. पिछले दो साल से प्रंछुल यौन शोषण से परेशान था. कॉलेज से घर आया गूगल पर आत्महत्या का तरीका खोजा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
हॉस्टल के दोस्त ही करते थे यौन शोषण
पंशुल इंदौर में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था. हॉस्टल में रहने वाले दोस्त ही पंशुल का शोषण किया करते थे. रूम में रहने वाले दो दोस्त पंशुल के साथ गलत हरकतें किया करते थे. रूम की साफ-सफाई करवाया करते थे. जूठे बर्तन धुलवाया करते थे. इसके अलावा पिछले कुछ दिनों से दोनों दोस्त पंशुल के साथ गलत हरकतें किया करते थे. अश्लील हरकतें किया करते थे इससे परेशान होकर पंशुल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
गूगल सर्च कर आत्महत्या का तरीका खोजा
पंशुल अपने दोस्तों की अश्लील हरकतों से इतना परेशान हो गया था कि उसने इंदौर से उज्जैन आकर आत्महत्या कर ली. जब मोबाइल चेक किया गया तो पता चला कि पंशुल ने फांसी लगाने से पहले गूगल में सर्च कर आत्महत्या का तरीका खोजा था. उज्जैन के बंसत विहार स्थित घर पर आत्महत्या कर ली.
आत्महत्या के समय घर में अकेला था प्रंछुल
जब पंशुल ने आत्महत्या की तो घर में एकदम अकेला था. पंशुल के पिता इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं जो उस समय में कॉलेज में पढ़ा रहे थे. वहीं उसकी मां और बहन मार्केट गई थीं. मां और बहन जब घर वापस तो पंशुल को फांसी के फंदे पर लटका देखा. फांसी के फंदे को जल्दी से कैंची से काटा और अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने प्रंछुल को मृत घोषित कर दिया.
परिवार कर रहा है सख्त कार्रवाई की मांग
बेटे की मौत के बाद माता-पिता ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग है. प्रंछुल के मोबाइल से अश्लील व्हाट्सएप चैट मिली हैं. जो दोस्त उसे परेशान किया करते थे वहीं प्रंछुल को अश्लील मैसेज भेजा करते थे और धमकी भरे मैसेज भेजा करते थे. प्रंछुल के माता-पिता का कहना है कि हमें न्याय चाहिए हमारे बेटे के जो भी दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलना चाहिए.
पढ़ाई में अव्वल था, जीता था गोल्ड मेडल
पंशुल पढ़ाई-लिखाई में अव्वल था. मां का कहना है कि नीट एग्जाम में उज्जैन संभाग में टॉप किया था. पिछले साल ही इंदौर के अरविंद मेडिकल कॉलेज ने प्रांशुल को गोल्ड मेडल से भी नवाजा था.