MP News: मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों में कुत्ते के हमले के कई मामले सामने आए हैं, जिन्हें देखकर लोगों की डर और चिंता बढ़ गई है. ज्यादातर कुत्ते के काटने के मामले ग्वालियर और भोपाल से सामने आए हैं. जनवरी महीने में ही 2 मासूम सहित 3 लोगों की डॉग बाइट के कारण मौत हो गई. प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा लोगों को कुत्ते ने अपना शिकार बनाया. वहीं अकेले ग्वालियर में 900 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. राजधानी भोपाल के अलग-अलग अस्पताल में रोजाना डॉग बाइट के केस सामने आ रहे हैं.
भोपाल में कुत्ते के हमले से 2 मासूम बच्चों की मौत
कुत्ते के काटने से मौत होने का यह कोई पहला मामला नहीं है. 10 जनवरी को 7 माह के मासूम को कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला. वहीं 4 साल के मासूम की भी डॉग बाइट से 15 दिन बाद मौत हो गई. परिजन ने कहा कि उनके बच्चे को समय पर अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लग चुका था, फिर भी इलाज के बाद मौत हो गई. शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर में रेबीज का संक्रमण फैलने की पुष्टि हुई है.
क्यों हमलावर होते हैं कुत्ते ?
आवारा कुत्ते ज्यादातर डर के कारण काटते हैं. कुत्ते के काटने के ज्यादातर मामले अपने इलाके की लड़ाई और सुरक्षा से जुड़े होने के कारण होते हैं. दरअसल देखा जाए तो लोगों की जनसंख्या बढ़ती नजर आ रही है. दूसरी ओर कुत्तों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में उनका इलाका कम होने लगा है, जिसके कारण वे असुरक्षित महसूस करने लगे हैं और ऐसी स्थिति में वो लोगों पर हमला करना शुरू कर देते हैं, जिससे लोग जख्मी होते हैं या फिर उनकी मौत तक हो जाती है.
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हाथ और चेहरे पर काटने से मौत का खतरा
डॉक्टरों की मानें तो हाथ और चेहरे पर काटने से मौत होने का ज्यादा खतरा रहता है. इसकी बड़ी वजह यह है कि हाथ और चेहरे पर ज्यादा नर्व होती है. इसलिए यह बहुत सेंसिटिव जगह होती है, जिससे वायरस आसानी से दिमाग में पहुंच जाता है. खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत हानिकारक है. ऐसे में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. अगर आपके साथ ऐसा कुछ हो तो तुरंत इलाज कराएं.
डॉग बाइट के बाद तुरंत करें ये काम
लोग अक्सर डॉग बाइट से घबरा जाते हैं. जब कोई पालतू या आवारा कुत्ता काट ले तो टेप वॉटर यानी नल से गिरने वाला पानी और साबुन से जख्म को धोएं . उसके बाद डॉक्टर से दिखाएं और वैक्सीन जरूर लगवाएं . साथ ही जिस डॉग ने आपको काटा है उस डॉग पर नजर बनाएं. अगर वह डॉग 10 दिन के अंदर मर जाता है तो और सतर्क रहें.