MP News: विश्व की सबसे ऊँची चोटी, माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली पर्वतारोही भावना डेहरिया मिश्रा और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा को महिला एवं बाल विकास विभाग की “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. 10 अगस्त, 2024 को छिंदवाड़ा के पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस पीजी कॉलेज में यह आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू, छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, महापौर विक्रम अहाके, भाजपा छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव, नगर निगम कमिश्नर चंद्र प्रकाश राय, एडीएम खेमचंद्र बोपचे, एसडीएम सुधीर जैन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास डॉ. मोनिका बिसेन इस कार्यक्रम में मौजूद थे.
सांसद विवेक बंटी साहू बोले- बेटियों को अवसर मिले तो वे क्या कुछ नहीं कर सकती
छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू ने भी इस पर खुशी जताते हुए कहा, “भावना और सिद्धि की उपलब्धियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि जब हमारी बेटियों को सही अवसर मिलते हैं, तो वे क्या कुछ हासिल कर नहीं सकती हैं. उनके ब्रांड एंबेसडर बनने से पूरे देश में लड़कियों की शिक्षा और लैंगिक समानता का संदेश फैलाने में मदद मिलेगी.”
छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने कहा, “भावना डेहरिया और सिद्धि मिश्रा इस बात का जीवंत उदाहरण हैं कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से क्या हासिल किया जा सकता है. उनके ब्रांड एंबेसडर बनने से निश्चित रूप से और अधिक परिवार अपनी बेटियों के सपनों को समर्थन और पोषण देने के लिए प्रेरित होंगे.”
महापौर विक्रम अहाके ने कहा, “यह छिंदवाड़ा के लिए गर्व की बात है कि हमारे जिले की ऐसी अद्वितीय महिलाएँ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. भावना और सिद्धि की उपलब्धियाँ नई पीढ़ी को ऊँचा लक्ष्य रखने और सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने के लिए प्रेरित करेंगी.”
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ. मोनिका बिसेन ने इस नियुक्ति पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “भावना डेहरिया और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयन, दृढ़ संकल्प और उपलब्धि की भावना का प्रतीक है. उनकी प्रेरणादायक यात्रा अनगिनत लड़कियों और महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने और बाधाओं को तोड़ने के लिए प्रेरित करेगी.”
यह उल्लेखनीय है कि 7 अप्रैल 2021 को जन्मी भावना की बेटी, सिद्धि मिश्रा, अपनी माँ के साथ मात्र दो साल की उम्र में नेपाल स्थित एवरेस्ट बेस कैंप (EBC) तक पहुँचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की और भारत की सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं. यह कैंप समुद्र तल से 5,364 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है. इस दौरान वहां से इन मां बेटी ने महिला एवं बाल विकास के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का संदेश विश्व भर में दिया था.