MP News: मंकी पॉक्स की एडवाइजरी जारी होने के बाद इंदौर में भी स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारिया कर ली है. वैसे तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इससे बहुत अधिक पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है, इस बीमारी का आसान इलाज है और यदि किसी की बीमारी अधिक बढ़ती है तो उसके लिए एमआर टीबी अस्पताल और एमवाय अस्पताल में व्यवस्था कर दी जाएगी. इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सेत्या के मुताबिक यह बीमारी जनवरी से इंसानों में फैलती है, वह भी ऐसे लोगो में जो जानवरों के साथ बहुत अधिक संपर्क में हो. अभी तक देश में मंकी पॉक्स के दो ही केस सामने आए है. इनमे पहला 2022 में केरल में सामने आया था, जबकि दूसरा इस साल विदेश से आए व्यक्ति में यह पाया गया था. यह बीमारी अभी हमारे यहां नहीं आई है, इस वजह से इससे बहुत अधिक पैनिक होने की जरूरत नहीं है.
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ये है मंकी पॉक्स के लक्षण
इसके लक्षण सामान्य बुखार जैसे ही होते है. ठंड लगकर बुखार आना, आंखे लाल होना, आंखों में जलन होना, नर्वस सिस्टम पर असर होना, चक्कर आना, बेहोश होना और शरीर पर रेशेज होना जैसे होते है. इन सब का आसान इलाज है, इस वजह से किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. जिस तरह से कोविड फैल रहा था, वैसे यह नहीं फैलेगा. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी यह कोविड जैसे नहीं फैलता.