Weather Update: प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. राज्य के कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में भारी बारिश की संभावना है. ग्वालियर-चंबल और सागर समेत अन्य जिलों में मध्यम बारिश का अनुमान है. फिलहाल, राज्य में तीन वेदर सिस्टम सक्रिय हैं, जिससे मौसम खुशनुमा बना हुआ है. भोपाल में दिन में धूप-छांव रही, वहीं पश्चिमी मप्र के कई स्थानों पर बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई. हालांकि, कुछ जिलों में अभी भी तेज बारिश के आसार हैं.
इन जिलों में जारी किया गया अलर्ट
गुरुवार (8 अगस्त) को पन्ना, कटनी, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, रायसेन, विदिशा, सागर, छतरपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी और पांढुर्णा जिलों में तेज बारिश का अनुमान है.
इंदिरा सागर डैम के गेट खोले गए
प्रदेश में हाल के दिनों में तेज बारिश का सिलसिला थम सा गया है, लेकिन बुधवार को 14 जिलों में हल्की बारिश हुई. खंडवा में इंदिरा सागर और जबलपुर में बरगी समेत अन्य बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते बुधवार को इन बांधों के गेट खोले गए.
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सबसे अधिक बारिश मंडला में
मानसून ने एमपी में 21 जून को दस्तक दी थी और तब से बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 7 अगस्त तक 619.76 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है. मंडला जिले में सर्वाधिक 931 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 279.4 मिमी ज्यादा है. वहीं, सिवनी में 884 मिमी, भोपाल में 812.8 मिमी और नर्मदापुरम-रायसेन में 838 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. अब तक सबसे कम बारिश दतिया जिले में 330.2 मिमी हुई है.हालांकि, इन दिनों मध्य प्रदेश में बारिश का दौर कमजोर पड़ गया है, क्योंकि मानसून ट्रफ ऊपर की ओर चली गई है. झारखंड और उत्तरी ओडिशा की ओर बने सिस्टम के कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मध्यम से तेज बारिश हो रही है, जबकि पश्चिमी एमपी में बारिश का दौर कम हो गया है.वहीं मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है, इसलिए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है.