आशीष मालवीय-
MP News: नर्मदापुरम, यदि आप मध्यप्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी घूमने जा रहे हैं तो सावधान रहें क्योकि यहां इन दिनों लाल मुंह वाले बंदरों का आतंक छाया हुआ है जिसके चलते यहां आने वाले पर्यटक बंदरों के हमले का लगातार शिकार हो रहे हैं. कुछ पर्यटकों को तो यहां के बंदरों ने इस कदर घायल किया है कि इलाज के दौरान घायल पर्यटकों के आपरेशन की नौबत तक आ चुकी है. दरसअल धीरे धीरे कर यहां के बंदर बेकाबू होते जा रहे हैं पहले तो यहां कुछ सामान छुड़ाने की यदाकदा घटना ही सुनने में आती थी पर अब लगातार यहां के बन्दर पर्यटकों पर हमला कर रहे हैं जिससे यहां आने वाले पर्यटक सुरक्षित नहीं हैं.
बंदर लगातार पर्यटकों को बना रहे निशाना
पचमढ़ी इन दिनों पर्यटकों के लिए सुरक्षित नहीं है. क्योकि पिछले कुछ माह से यहां आने वाले पर्यटकों पर लाल मुंह वाले बंदरों का हमला हो रहा है. शासन प्रशासन स्तर से लगातार पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने की बाते होती रही है पर पर्यटन स्थल कितने सुरक्षित हैं यह तो पचमढ़ी में घायल हुए पर्यटकों से ही पता चलता है. जबलपुर की रहने वाली दीपा चौधरी जो ख़ुशी ख़ुशी अपने परिवार के साथ पचमढ़ी घूमने आईं थी पर हांड़ी-खो नामक दर्शनीय स्थल पर घूमने आई दीपा पर बंदर ने हमला कर दिया जिससे दीपा गंभीर घायल हुई. उनके हाथ में गहरा जख्म हो गया जिसमे बाद दीपा का जबलपुर में आपरेशन हुआ और उसमे दीपा के परिवार के इलाज कराने में सवा लाख रुपये खर्च हुए.
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पर्यटक का बैग लेकर फैलाएं नोट
यहां आने वाले पर्यटकों पर बन्दर लगातार हमला कर रहें है पर स्थानीय प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है. पिछले दिनों तो एक बंदर पर्यटक का बेग उनकी कार से निकाल कर भाग गया जिसमे 1 लाख रूपये रखे हुए थे बंदर ने वह बेग एक मकान के ऊपर जा कर खोल दिया और सारे 500 के नोट वहां फैला दिए.
लाल मुंह वाले बंदर वन्यप्राणी सूची से बाहर
पचमढ़ी का अधिकांश भाग सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आता है और टाईगर रिजर्व के फील्ड डारेक्टर एल कृष्णमूर्थी का कहना है कि लाल मुंह वाले बंदरों को वन्यप्राणी सूची से बाहर कर दिया है तो लोकल प्रशासन इस और कार्यवाई करे साथ ही उन्होंने पचमढ़ी आने वाले पर्यटकों को हिदायत भी दी कि पचमढ़ी के किसी भी क्षेत्र में बंदरों को कोई खाने की वस्तु ना दें और उनसे दूरिया बनाये रखे, बंदरों को खाने की वस्तु देते देखे जाने पर पर्यटकों पर पेनाल्टी भी लग सकती है. लेकिन यह तो हुई हिदायत वाली बात पर जो बंदर लगातार पर्यटकों पर बेबजह हमले कर रहे हैं उनका क्या किया जा रहा जा रहा है उस और किसी का ध्यान नहीं है, कुल मिला कर यदि आप पचमढ़ी जा रहे हैं तो खुद की रिस्क पर जाइये यहां आपकी सुरक्षा की कोई जवाबदारी नहीं.