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MP News: इंदौर में सामने आया स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस घोटाला! 5 साल में निगम को लगी 1.20 करोड़ की चपत

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5 साल में निगम को लगी 1.20 करोड़ रूपयो की चपत

MP News: स्वच्छता के साथ इंदौर घोटालों में भी नम्बर वन हो गया है. यहां नगर निगम अधिकारी हर मामले में जमकर भ्रष्टाचार और घोटाला कर रहे हैं. बिना काम किए फर्जी बिल लगाकर 150 करोड़ रुपए निकाले जाने का घोटाला अब तक सामने आ चुका है और अब स्ट्रीट लाइट घोटाले का खुलासा हुआ है. कांग्रेस ने स्ट्रीट लाइट मेंटीनेंस के नाम पर 1.20 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है. वहीं अब इस घोटाले की जांच करवाने की बात भी कही जा रही है.

कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिंह यादव ने बताया कि इंदौर नगर निगम ने दिल्ली की सूर्या रोशनी लिमिटेड को वर्ष 2019 में 12 हजार एलईडी लाइट लगाने का टेंडर 10 करोड़ रुपए में दिया था. कांट्रेक्ट में सूर्या रोशनी लिमिटेड को 7 सालों तक सभी 12 हज़ार एलईडी लाइटों का मेंटेनेंस भी करना था. लेकिन निगम के अधिकारियों ने स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस का काम सूर्या रोशनी लिमिटेड से दम्माणी इलेक्ट्रिकल को दिला दिया. जबकि टेंडर अनुसार मेंटेनेंस का कार्य सूर्या रोशनी लिमिटेड को ही करना था. प्रतिवर्ष मेंटेनेंस का 24 लाख रूपये भुगतान स्मार्ट सिटी द्वारा सूर्या रोशनी लिमिटेड को किया जाता हैं, जहां से ये रुपए दम्माणी इलेक्ट्रिकल को जारी कर दिए जाते हैं. लेकिन बड़ी बात यह है कि स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस का काम नगर निगम के विद्युत विभाग द्वारा किया जा रहा है और मेंटेनेंस के रुपए अधिकारियो की जेब में जा रहे हैं. 5 साल में 1.20 करोड़ रुपए का मेंटेनेंस घोटाला किया जा चुका है.

महापौर नहीं हैं गंभीर

स्ट्रीट लाइट का मेंटेनेंस करते हुए नगर निगम का वाहन कांग्रेस नेताओं ने पकड़ा भी है. लेकिन फिर भी महापौर पुष्यमित्र भार्गव इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. उनका मानना है कि कांग्रेस को बोलना है तो कुछ भी बोल रहे हैं. इसमें कोई तथ्य सामने आएगा तो देखेंगे, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं इंदौर नगर निगम में लगातार तरह-तरह के घोटाले और भ्रष्टाचार सामने आ रहे हैं. लेकिन अभी भी कई घोटाले के सरपरस्त जांच की आंच से बाहर हैं.

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