MP News: जबलपुर नगर निगम में बजट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है, एक तरफ सत्ता पक्ष ने तीन दिन में ही 1500 करोड रुपए का बजट बहुमत से सदन में पारित कर दिया तो वहीं विपक्ष सत्ता पक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर बिना चर्चा किए बजट पास करने की बात कह रहा है. नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल ने सत्ता पक्ष के खिलाफ सदन में धरना दे दिया. इसी दौरान जबलपुर पहुंचे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नगर निगम पहुंच गए, जहां पार्षदों के साथ धरने पर बैठकर उनकी बात सुनी.
विपक्ष लगा रहा भ्रष्टाचार का आरोप
दरअसल पूरा मामला नगर निगम सत्ता पक्ष द्वारा बजट में रखे गए प्रस्तावों से जुड़ा है जिसमें कांग्रेस पार्षद दल का आरोप है कि बीते वर्ष बजट में जिन विकास कार्यों को शामिल किया गया था. उन्हीं में से 32 विकास कार्य इस बार भी बजट में रखे गए हैं जबकि उनकी राशि निकाली जा चुकी है और नगर निगम ने शहर विकास के मुद्दों पर विपक्ष के साथ चर्चा किए बगैर ही बजट को पास कर दिया. शहर में सड़क, बिजली, पानी और सफाई जैसे मुद्दे सत्ता पक्ष के लिए गौंड हो गए हैं. एक तरफ सफाई कर्मियों की हड़ताल चल रही है ना तो उनके वेतन भत्ते का भुगतान हो रहा है और ना ही कहीं साफ सफाई हो रही है. यहां तक कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन भी नहीं हो रहा है. बावजूद इसके महापौर सब कुछ ठीक होने की बातें कह रहे हैं लेकिन इन सभी समस्याओं का सामना नगर निगम क्षेत्र में रह रही है आम जनता को करना पड़ रहा है. महापौर शहर की जनता की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पा रहे और शहर में फिल्मसिटी बनाने का दावा कर रहे हैं.
दिग्विजय बोले- जब मैं मुख्यमंत्री था तो 70 दिन तक सदन की बैठक होती थी
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि जब वे मुख्यमंत्री थे तो विधानसभा में भी 70 दिन तक सदन की बैठक होती थी जिसमें हर विभाग और हर विकास कार्य को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष चर्चा करता था लेकिन जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से बीजेपी मनमानी कर रही है यहां तक कि विधानसभा से लेकर नगर निगम तक भाजपा एक तरफा निर्णय लेकर काम कर रही है जिसका नुकसान आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।