MP News: नवंबर का महीना आ चुका है. सुबह और रात में हल्की ठंड होना शुरू हो चुकी है. इस महीने तक मध्य प्रदेश में दिन के समय में भी सर्दियां शुरू हो जाती थी. इस बार दिन के समय तेज धूप का सामना करना पड़ रहा है. जहां रात में ओस गिर रही है और सुबह में हल्की ठंड है. कड़ाके की ठंड के लिए अभी प्रदेशवासियों को इंतजार करना होगा.
अभी तक पहाड़ों में बर्फबारी नहीं हुई
अभी तक हिमालय क्षेत्र यानी पहाड़ी राज्यों में सीजन की पहली बर्फबारी नहीं हुई है. बर्फबारी ना होने से मैदानी इलाकों में ठंड नहीं हो रही है. ठंडी हवा हिमालय से होकर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियां लेकर आती है. इसी ठंडी हवा के कारण देश के सभी इलाकों में ठंड होती है. प्रदेश में अभी इसी सिस्टम की कमी के कारण कड़ाके की सर्दी नहीं हो रही है.
ये भी पढ़ें: आज जारी होगी ‘लाडली बहना योजना’ की 18वीं किस्त, 1.29 करोड़ खातों में सीएम मोहन यादव ट्रांसफर करेंगे 1574 करोड़ रुपये
वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव नहीं
वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव ना होने के कारण सर्दियों में बारिश नहीं हो रही है. इसके कारण सर्दी जोर नहीं पकड़ रही है. सर्दियों में गिरने वाली बारिश को मावठ कहा जाता है जो फसलों के लिए जरूरी होती है. फसलों के साथ-साथ मावठ सर्दियों को बढ़ने का कारण बनती है. अगले 24 घंटों में रीवा, इंदौर और उज्जैन संभाग में मौसम में बदलाव नजर आएगा.
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का केंद्र बनने के कारण प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल छाए रहेंगे. कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने के भी आसार हैं.
प्रदेश में सबसे ठंडा रहा पचमढ़ी
सतपुड़ा की रानी के नाम से मशहूर पचमढ़ी अपने शानदार मौसम के लिए जाना जाता है. एमपी में पचमढ़ी सबसे ठंडा शहर बना हुआ है. गुरुवार यानी 7 नवंबर को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पचमढ़ी का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 13 के आसपास बना हुआ है.
बड़े शहरों की बात करें तो यहां अभी ठंड का और इंतजार करना होगा. भोपाल में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में औसत तापमान से ज्यादा दर्ज किया गया.