MP News: CM डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के पेसा मोबिलाइजर्स को दिवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है. प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायतों में तैनात पेसा मोबिलाइजर्स का मानदेय बढ़ाकर डबल कर दिया है. अब तक ग्राम सभाओं में नियुक्त पेसा मोबिलाइजर को चार हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलता था, जिसे बढ़ाकर 8000 रुपए कर दिया गया है.
बढ़ाया गया पेसा मोबिलाइजर्स का मानदेय
प्रदेश की ग्राम पंचायतों में तैनात पेसा मोबिलाइजर्स के लिए खुशखबरी है. मोहन सरकार ने उनका मानदेय बढ़ाकर 8000 रुपए कर दिया है. इस बात की जानकारी खुद CM डॉ. मोहन यादव ने दी है. मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर CM मोहन यादव ने सभी पेसा मोबिलाइजर को बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं.
सरकार का एक और संकल्प पूर्ण…
जनजातीय क्षेत्रों में ग्राम सभाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले पेसा मोबिलाइजर्स का मानदेय ₹4000 प्रतिमाह से बढ़ाकर ₹8000 प्रतिमाह करने का सरकार ने निर्णय लिया है। आप सभी पेसा मोबिलाइजर्स को…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 24, 2024
8000 रुपए किया गया मानदेय
CM डॉ. मोहन यादव ने इस बारे में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया- ‘सरकार का एक और संकल्प पूर्ण… जनजातीय क्षेत्रों में ग्राम सभाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले पेसा मोबिलाइजर्स का मानदेय 4000 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 8000 रुपए प्रतिमाह करने का सरकार ने निर्णय लिया है. आप सभी पेसा मोबिलाइजर्स को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम जनजातीय वर्ग के कल्याण हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्यरत है.’
बता दें कि पेसा मोबिलाइजर आदिवासी बाहुल्य हर ग्राम सभा में तैनात किए जाते हैं. पेसा एक्ट के तहत मध्य प्रदेश के करीब 20 जिले आदिवासी बाहुल्य हैं. वहीं, मध्य प्रदेश में पेसा मोबिलाइजर की संख्या 5000 से ज्यादा है.