MP News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के तहत मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सिंहस्थ 2028 की तैयारी कर रही है. स्थायी प्रकृति के 62 करोड़ रुपये के कार्यों को भोपाल से मंजूरी मिल गई है. इनकी सर्किल स्तर पर तत्काल ही तैयारी भी प्रारंभ कर दी गई हैं. बैठक में ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह फील्ड में जाकर निरीक्षण करें और सरकार को रिपोर्ट दें. कहां पर कितना काम किया जाना है. जिससे कि आगे की कार्य योजना के लिए सरकार से अतिरिक्त बजट की डिमांड भी की जा सके.
श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा- ऊर्जा मंत्री
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि सिंहस्थ के लिए होने जा रहे नए विद्युत कार्यों से सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही उज्जैन शहर, उज्जैन ग्रामीण के बिजली उपभोक्ताओं को भी सुविधा होगी. वोल्टेज की शिकायत नहीं रहेगी और नए उज्जैन शहर को गति मिलेगी. बैठक में ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली चोरी पर भी पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी को ध्यान देने की जरूरत है. खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में बिजली चोरी को रोकने के लिए विशेष दल का गठन भी किया जाए.
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उज्जैन में बनेंगे 4 अत्याधुनिक बिजली ग्रिड
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से उज्जैन व आसपास 33 और 11 केवी के चार अत्याधुनिक बिजली ग्रिड बनेंगे. ये ग्रिड नानाखेड़ा इंदौर रोड स्टेडियम के पास, चारधाम मंदिर महाकाल लोक के पास, सदावल उज्जरखेड़ा हनुमान मंदिर के पास और वाल्मीकि धाम क्षेत्र में बनेंगे.
अंडरग्राउंड केबलिंग और नए ग्रिड लगाने में ज्यादा होगा खर्च
प्रबंध निदेशक ने बताया कि इसी तरह 18.36 करोड़ रुपये से 11 केवी लाइन एवं इंटर कनेक्शन व नवीन उपकेंद्र से संबंधित 80 किमी लाइनों का कार्य होगा. 4.50 करोड़ रुपये से 33 केवी लाइन एवं इंटर कनेक्शन, नवीन उपकेंद्र से संबंधित 10 किमी लाइन का कार्य होगा. प्रबंध निदेशक ने बताया कि इसी के साथ सिंहस्थ की तैयारी के लिए मंजूर बजट से ओंकारेश्वर में भूमिगत केबल लगाने का कार्य होगा. इस पर 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि व्यय होगी.