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MP News: रामेश्वर शर्मा ने तुलसी विवाह का आयोजन किया; सीएम हुए शामिल, बोले- सनातन धर्म के ध्वजवाहक हैं

BJP MLA Rameshwar Sharma organized Tulsi marriage in Bhopal

भोपाल में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने तुलसी विवाह का आयोजन किया

MP News: हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने में जहां एक और जहां मौसम में सर्दी बढ़ती है वहीं दूसरी ओर कार्तिक स्नान का लोकपर्व प्रारंभ होता है. इस लोकपर्व की सबसे महत्वपूर्ण तिथि देवउठनी ग्यारस के शुभ उपलक्ष्य में भोपाल की हुजूर विधानसभा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने युवा सदन कार्यालय पर तुलसी शालिग्राम विवाह का आयोजन कराया. विधायक रामेश्वर शर्मा के इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी सम्मिलित हुए. सीएम ने तुलसी पूजन कर सभी को तुलसी विवाह की शुभकामनाएं दी. तुलसी विवाह के लिए युवा सदन कार्यालय को विवाह स्थल की तरह सजाया गया. जहां हुजूर समेत भोपाल के सैकड़ों लोग सम्मिलित होकर शालिग्राम विवाह के साक्षी बने.

सनातन धर्म के ध्वजवाहक हैं रामेश्वर शर्मा- सीएम मोहन यादव

मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि आज का दिन हम सभी सनातनियों के लिए गौरव का दिन है. ऐसा माना जाता है कि आज ही के दिन देवोत्थान एकादशी पर भगवान श्रीहरि विष्णु जी नींद से जागकर संसार की व्यवस्था का कार्यभार भगवान शिव से अपने हाथों में लेते हैं. इसी कारण आज के दिन को हरिहर मिलन के दिन के रूप में भी मनाया जाता है.

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सीएम ने आगे कहा, ‘मैं इस शुभ घड़ी में सभी प्रदेश और देशवासियों को देवोत्थान एकदशी की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूं. मेरे मित्र पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा जी को बधाई जिन्होंने तुलसी विवाह का इतना सुंदर आयोजन कराया और मुझे इसमें आमंत्रित कर तुलसी विवाह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. रामेश्वर शर्मा हमारे सनातन धर्म के ध्वजवाहक हैं. ये राजधानी में हमारे सनातन धर्म के सभी आयोजनों में बढ़-चढ़कर सहभागिता करते हैं. मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं. रामेश्वर जी हमारे समाज के गौरव हैं.

सभी देवों को हम सेवक निद्रा से जगाते हैं- रामेश्वर शर्मा

आयोजन को लेकर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि यह सनातन धर्म की महानता है. जहां हर पर्व लोक में खुशियों का संचार करता है. आज देवउठनी ग्यारस है. सभी देवों को हम सेवक निद्रा से जगाते हैं. देवों के जागने के साथ ही आज से सभी मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होता है. हम इन्हीं देवों को साक्षी मानकर, इन्हीं की आराधना कर के अपने जीवन के शुभ उपलक्ष्यों की शुरुआत करते हैं.

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