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MP News: Rewa में प्रदूषित पानी पीने से 26 लोग पहुंचे अस्पताल, हैंडपंप पर पहुंच रहा था डामर प्लांट का पानी

26 people fell ill after drinking contaminated water from hand pumps in Rewa.

रीवा में हैंडपंप का दूषित पानी पीने 26 लोग बीमार हो गए.

MP News: हैण्डपंप का प्रदूषित पानी पीने से एक गांव के दस परिवारों के 26 बच्चे बीमार हो गए. जिसमें से 19 बच्चों को मऊगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शेष बच्चों का उपचार गांव में ही किया जा रहा है. मामला मऊगंज जिले के सीतापुर से 2 किमी दूर ढूंढ़ा दुआरी का है. जानकारी मिलने पर मऊगंज एडीएम अशोक कुमार ओहरे और सीएमएचओ रीवा मौके पर पहुंच गए हैं. प्रदूषित पानी पीने से जिन बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई है, वे बच्चे दस परिवारों के हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन को बताया कि यह सभी बच्चे तीन दिनों के अंदर उल्टी-दस्त का शिकार हुए हैं.

जिनकी उम्र 1 वर्ष से लेकर 20 वर्ष तक की है. गांव में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को तैनात कर दिया है गया है. बताया गया है कि ढूंढ़ा दुआरी गांव में 15 घरों की बस्ती है. यहां तीन हैण्डपंप लगे हुए हैं, जिसका उपयोग इस बस्ती के लोग पीने के लिए करते हैं. दो दिनों पूर्व इस बस्ती के बच्चों ने एक हैण्डपंप का पानी पिया. पानी पीने के बाद उन्हें उल्टी और दस्त शुरू हो गया. शुरू में यह शिकायत एक-दो बच्चों से शुरू हुई. बाद में इसका शिकार 26 बच्चे हो गए. जिसकी सूचना मऊगंज जिला प्रशासन को हुई.

डामर प्लांट के कारण दूषित हुआ पानी

प्रारंभिक जानकारी में यह बात सामने आई है कि रायपुर कर्चुलियान सीतापुर मार्ग बनाने वाली ठेका कंपनी का हरिजन बस्ती डूंड़ा दुआरी में डामर प्लांट लगा था. जिसका पानी रिसकर निचले इलाके स्थित हैण्डपंप तक पहुंच रहा है. बताया जाता कि इसी हैण्डपंप का पानी पीने के बाद बस्ती के बच्चे और युवा बीमार पड़े हैं.

मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने सीएमएचओ संजीव शुक्ला को मौके पर भेजा. सीएमएचओ चिकित्सकों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बीमार बच्चों का उपचार शुरू कराया. जिन 19 बच्चों की हालत ज्यादा खराब थी, उन्हें एम्बुलेंस से मऊगंज अस्पताल भेजा गया. गांव में ओआरएस और जिंक सहित क्लोरीन की गोलियां वितरित करा दी गई हैं.

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हैंडपंप के पानी की जांच होगी

ग्रामीणों ने जिस हैण्डपंप का पानी पीने के बाद बच्चों के बीमार होने की जानकारी दी थी. पीएचई विभाग से उन हैण्डपंपों के पानी की जांच कराई जाएगी. जांच के दौरान यदि पानी प्रदूषित पाया गया तो उस हैण्डपंप को बंद करा दिया जाएगा. हालांकि आरंभिक तौर पर ग्रामीणों से इस हैण्डपंप का पानी न पीने के लिए कहा गया है.

19 बच्चे पहुंचे मऊगंज

बस्ती के बीमार बच्चों में 19 की कारण सीएमएचओ और एडीएम ने मऊगंज में भर्ती कराया है. अस्पताल में भी पर्याप्त बेड नहीं है, जिससे दो-दो, तीन-तीन बच्चे एक साथ रखे गए हैं. इससे भी दुखःद बात यह है कि सभी बीमार बच्चों को गैलरी में रखकर इलाज किया जा रहा है जिसकी छत टपकती है. हालत ज्यादा खराब है.

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