Gandhi Memorial Hospital Rewa: रीवा के शासकीय अस्पतालों की हालत लगातार खराब होती जा रही है. इलाज के नाम पर यहां लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया जाता है. गांधी मेमोरियल अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही से न सिर्फ एक निर्दोष महिला की जान चली गई. बल्कि दो दिन के नवजात के सिर से मां का साया भी उठ गया.
यह है पूरा मामला
यह पूरा मामला रीवा के गांधी मेमोरियल अस्पताल का है. .यहां बाणसागर निवासी 26 वर्षीय महिला की मौत हों गई. पूर्णिमा नाम की महिला को लेवर पेन होने पर परीजनो ने 25 मई को अस्पताल में भर्ती कराया था. इस दौरान 26 मई के महिला का सर्जरी कर डिलेवरी कराई गई. डिलेवरी के बाद महिला भी स्वास्थ्य थी और बच्चा भी लेकिन दो दिन बाद सुबह से महिला की तबीयत बिगड़ी परिजन इधर उधर भटकते रहे. लेकिन कोई भी डॉक्टर मदद को आगे नहीं आया और शाम को महिला ने दम तोड दिया.
डॉक्टरों ने किडनी में इंफेक्शन बताया
वहीं इस पूरे मामलें में डाक्टरों का कहना है की महिला के किडनी में इंफेक्शन था जिससे मौत हों गई. जबकि परीजनो ने आरोप लगाया की डिलेवरी तक महिला एक दम स्वस्थ्य थी तो फिर दो दिनों में ऐसा क्या हो गया की उसकी मौत हों गई.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
महिला की मौत के मामले में परिजनो ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि, आपरेशन के बाद से महिला की यूरीन नहीं निकली. चिकित्सकों को बताने के बाद कोई भी इलाज के लिए आगे नहीं आया. परिजनो ने कहा की स्टाफ ने बताया की गलत ऑपरेशन होने से महिला की तबीयत खराब हुई और उसकी मौत है. मौत के बाद परीजनो ने हंगामा मचाया और इंसाफ़ की मांग की.
बता दें कि, गांधी मेमोरियल अस्पताल के कायाकल्प में करोड़ों रूपए खर्च किए जाते है. बिल्डिंग का कायाकल्प होने के साथ ही पूरे अस्पताल में टाइल्स व अन्य सुविधाएं बढ़ा दी गई लेकिन आज तक इलाज की सुविधा पहले जैसे ही चल रही है.