MP News: कई दिनों से लू लगने के चलते न बीमार चल रहे भगवान जगन्नाथ को दवा दी गई है. उनका स्वास्थ्य ठीक होने के बाद नगर वासियों ने उन्हें भ्रमण करने का न्योता भी सौपा है. शुक्रवार की दोपहर राजवैद्य ओमप्रकाश पसारी द्वारा भगवान को ठंडई दी गई. जिसमें सौंफ, खसखस, मिश्री, इलायची सहित अन्य औषधियां शामिल थीं. वहीं परंपरा के अनुसार प्रभु को भ्रमण तथा रात्रि विश्राम का न्योता भी दिया गया.
जिसके तहत अब वे अपने भक्तों का हाल जानने के लिए 7 जुलाई को लक्ष्मण बाग से रथ के माध्यम से निकलेंगे. जिसके लिए विधिवत मार्ग एवं समय का निर्धारण भी कर दिया गया है. भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान उन्हें मौसमी फल का भोग लगाने की भी परंपरा रही आई है. यही वजह है कि जामुन तथा आम की पर्याप्त आवक शहर में हो चुकी है. बताया जा रहा है कि जामुन के दाम 40 से 80 रुपए के बीच है जबकि आम की भी कीमत इसी के आसपास हो गई है.
मालपुए का महाप्रसाद किया जाएगा अर्पित
भगवान श्रीजगन्नाथ अपने भक्तों का हाल जानने के लिए निकलेंगे जिसे लेकर परंपरागत रूप से तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. उनका रथ भी सजाया जा चुका है. लक्ष्मण बाग से 7 जुलाई को सायंकाल 5 बजे रथयात्रा का श्रीगणेश होगा. यात्रा लक्ष्मण बाग से शुरू होकर किला होते हुए जायेगी यात्रा में जगन्नाथ के साथ बड़े भाई बलभद्र तथा बहन सुभद्रा भी होंगी. जिसके बाद अगले दिन दोपहर 12 बजे पूजा-अर्चना के बाद मालपुए का महाप्रसाद अर्पित किया जाएगा साथ ही भक्तों को भण्डारा का प्रसाद वितरित किया जाएगा. जिसके बाद मानस भवन से 8 जुलाई को सायंकाल 5 बजे बिछिया होते हुए लक्ष्मण बाग पहुंचेगी.
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9 जुलाई को होगा महाअभिषेक
वहीं एक अन्य जानकारी के अनुसार 9 जुलाई को सुबह 9 बजे भगवान जगन्नाथ स्वामी का महाअभिषेक होगा. जेठ मास की पूर्णिमा के दिन डेढ़ मन पंचामृत के अभिषेक किए जाने तथा महाप्रसाद के बाद भ्रमण निकलने के बाद जगन्नाथ को लू लग गई थी. भगवान के अस्वस्थ हो जाने की वजह से गर्भगृह से बाहर निकाल लिया गया था. साथ ही उन्हें बीमारी के दौरान खिचड़ी का भोग लगाया जा रहा था. इस दौरान जगत के नाथ को दिव्य औषधि देकर उनका उपचार किया जा रहा था.