MP News: मकर संक्रांति का पर्व आने वाला है. लोग जमकर पंतगबाजी करते है. पतंगों और मांझे की खरीदारी बढ़ जाती है. उज्जैन में भी इस समय खूब पतंगबाजी की जाती है. शहर में पतंग और मांझे से दुकानें सजने लगी हैं. इसके साथ ही चाइनीज मांझे को लेकर प्रशासन ने गाइडलाइन्स जारी की हैं. इस गाइडलाइन्स में साफ कहा गया है कि पतंगबाजी में चाइनीज मांझा इस्तेमाल न किया जाए. इसे लेकर सख्त गाइडलाइन्स और निर्देश जारी किए गए है.
चाइनीज मांझा बेचने पर हो सकती है NSA की कार्रवाई
पतंगबाजी के लिए अक्सर लोग चाइनीज मांझे का इस्तेमाल करते हैं. इसी कारण दुकानों पर चाइनीज मांझे की आवक बढ़ जाती है. इस मांझे के दुष्प्रभावों को ध्यान में रखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया है. चाइनीज मांझे को खरीदने और बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है. उज्जैन जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि जो भी दुकानदार इसे बेचते पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही प्रशासन का निर्देश न मानने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी लगाया जा सकता है.
जिला प्रशासन की कार्रवाई जारी
पूरे जिले में प्रशासन चाइनीज मांझे के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. जिन दुकानों पर ये मांझा मिल रहा है उन्हें जब्त किया जा रहा है. दुकानदारों पर आवश्यक कार्रवाई जारी है.
उज्जैन में घट चुकी हैं ये घटनाएं
पहली घटना: साल 2021 में एक छात्रा कॉलेज से स्कूटी पर सवार होकर अपने घर पर जा रही थी. जीरो प्वॉइंट ब्रिज पर अचानक से मांझा गले मे फंस गया जिससे छात्रा की दर्दनाक मौत हो गई थी. यही नहीं इसी साल 100 से भी अधिक लोग घायल हुए.
दूसरी घटना: साल 2022 में हरिफाटक ब्रिज के पास होमगार्ड में सैनिक के गले में मांझा उलझ गया. जिससे होमगार्ड सैनिक का एक तरफ का कान कट गया. इसी साल लगभग 60 से 70 लोगों के घायल होने की खबर सामने आई.
तीसरी घटना: साल 2023 में इंदौर गेट गद्दा पुलिया की तरफ जा एक 30 साल के व्यक्ति के गले में चाइनीज मांझा फंस गया. इससे गले की नस कटने से गंभीर रूप से घायल हो गया.