Tax Collection in MP: सतना प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के लिये खर्च की भरपाई करने वाला राज्यकर विभाग इस वित्तीय वर्ष में भामाशाह बनकर उभरा है. हाल ही में आई रिपोर्ट में राज्यकर विभाग के कुल 15 डिवीजनों में सतना डिवीजन ने अकेले वसूली के दिये गये लक्ष्य में 117 फीसदी की ग्रोथ करते हुए प्रदेश में टॉप पर रहा है.
यदि राजस्वकर विभाग द्वारा की गई वसूली के आंकड़ों को देखा जाये तो सतना डिवीजन के सतना-1, सतना-2, रीवा तथा बैढ़न डिवीजन के राजस्व प्राप्ति के आकड़ों को देखा जाए तो बैढ़न सर्किल पहले स्थान पर रहा. इस सर्किल में शामिल सीधी तथा बैढ़न जिलों को मिलाकर 2328 करोड़ का राजस्व जमा कराया गया है. राज्यकर आयुक्त की और से सतना डिवीजन के संयुक्त आयुक्त उमेश तिवारी व उनकी पूरी टीम को ही बधाई दी गई है. यहां उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में राज्यकर अथवा वाणिज्यिक कर विभाग ही ऐसा है जिसका व्यक्तिगत खर्च भले ही कम हो पर अन्य विद्यागों के खर्च के लिये फंड जुटाता है. यहीं कारण है कि कि इसके करदाता व्यापारी तो भामाशाह हैं ही सरकार के लिये इस विभाग को भी हो भामाशाह कहा जाता है.
दूसरे स्थान में जबलपुर
दूसरे स्थान पर जबलपुर 1 तथा तीसरे स्थान पर राजधानी का भोपाल सर्किल दो रहा. यदि सतना डिवीजन के चार सर्किलों की बात की जाये तो बैढ़न सर्किल पहले स्थान पर रहा. इस उपलब्धि पर वाणिज्यिक कर आयुक्त द्वारा सतना डिवीजन के अधिकारियों को बधाई दी गई है.
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पहली बार प्रदेश में सतना का पहला स्थान
वैसे तो सतना डिवीजन हर वित्तीय वर्ष में राजस्व वसूली में अच्छे परिणाम देता आ रहा है पर इस बार तो उसने कमाल करते हुए प्रदेश के सभी डिवीजनों को पीछे छोड़ते हुए प्रदेश में अपना कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. विभाग के इंदौर स्थित मुख्यालय से जारी सूची को देखने के बाद सभाग के डीएसटी करदाता भी अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे इंदौर मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सतना डिवीजन ने वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के मुकाबले 116.93 की ग्रोथ के साथ अपने झंडे गाड़ दिये हैं. बताया गया है कि डिवीजन को इस बार 2750 करोड़ की राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया था जिसके खिलाफ डिवीजन में 3215.65 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा किए गए. डिवीजन ने इसबार लक्ष्य के मुकाबले 117 फीसदी की ग्रोथ के साथ प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. जिसमे व्यापारी भी बधाई के पात्र है.
ये है प्रदेश की सूची
इसमें एसजीएसटी के 1187.797 करोड़ शामिल हैं. यदि राजस्व वसूली में प्रदेश के कुल 15 डिवीजनों की स्थिति तथा आईजीएसटी के का आकलन करें तो 2799 के साथ जबलपुर-1 दूसरे तथा 1070.91 करोड़ के साथ भोपाल-2 डिवीजन तीसरे स्थान पर है। इनका लक्ष्य पूर्ति का प्रतिशत क्रमशः 115.66 और 93.94 फीसदी रहा. कहने का आशय यह रहा लक्ष्य पूर्ति प्रदेश के सतना और जबलपुर-1 डिवीजन ही रहे जबकि शेष 13 डिवीजनों की लक्ष्य पूर्ति ही नहीं सकी. प्रदेश के सभी 15 डिवीजनों को मिलाकर कुल 35 हजार करोड़ वसूली का लक्ष्य था जिसमे कुल वसूली 31786 करोड़ हुई है.