MP News: विंध्य क्षेत्र की स्मार्ट सिटी सतना में 3 दिन पहले 70 साल पुराने एक तालाब की मेड टूट गई. जिसके चलते तालाब का पानी आसपास की कॉलोनी में भर गया और घरों के अंदर रखा सामान भी खराब हो गया. जिसकी तस्वीरें बेहद भयानक थी. जिसमें दो बच्चों के साथ चार लोग भी बह गए थे.
इस घटना को हुए तीन दिन का समय हो चुका है. लेकिन अभी भी कुछ घरों में से पानी पूरी तरह से नहीं निकल पाया है. अचानक से हुए इस हादसे ने लोगों को बचाव का समय ही नहीं दिया. जिसके कारण लोगों की दैनिक उपयोग की चीज भी पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं. अभी भी लोग मोटर पंप लगाकर घरों के अंदर से पानी निकाल रहे हैं. घरों की दीवारों पर भी सीलन आ गई है. वहीं लोग 3 दिन से अपने कपड़ों को सुखाने के लिए बाहर फैलाए हुए हैं.
विस्तार न्यूज़ की टीम जब मौके पर पहुंची तो घटना के तीन दिन के बाद भी लोग ठीक हालत में नहीं दिखे. लोग परेशान है लोगों का कहना है, कि उनके लाखों का नुकसान हो गया और प्रशासन के तौर पर सांत्वना तो मिली है लेकिन जमीन पर अभी कोई विशेष मदद नहीं मिल पाई है. जबकि प्रशासनिक मदद का बड़ा दावा किया जा रहा है. वहीं जिन कॉलोनियों पर पानी पहुंचा है, घरों के अंदर पानी घुस जाने के कारण घर सहित कालोनियाों में दुर्गंध भी फैल गई है. अब लोगों को डर है कि यहां संक्रमण फैल सकता है. संक्रमण और महामारी का खतरा भी इन बस्तियों पर बना हुआ है. जिसके कारण लोग डर के साए में जी रहे हैं. लोगों का कहना है कि पानी तो किसी तरह बाहर निकल गया लेकिन अगर महामारी फैल गई तो जीना मुश्किल हो जायेगा.
लोग पूरी घटना पर ठेकेदार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनकी यह बड़ी लापरवाही भी कहीं जा सकती है क्योंकि जब तालाब पूरी तरह से फुल था तो लोगों का कहना है कि तालाब की मेड़ पर डोला डालने का काम चल रहा था, जिसके कारण तालाब की मेड़ को क्षतिग्रस्त किया गया और इसी कारण से मेढ़ टूट गई और पानी घरों में घुस गया. ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की बात लोगों के द्वारा जब कहीं गई तो राज्य मंत्री प्रतिमा बागड़ी ने आश्वासन दिया है कि ठेकेदार को टर्मिनेट कर ब्लैकलिस्टेड किया जाएगा.
इस पूरी घटनाक्रम के बाद एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी जब निरीक्षण के लिए पहुंची तो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. एक स्थानीय व्यक्ति जब अपनी व्यथा सुनाने लगा जिसका घर तालाब की मेड़ के सीधे बगल में था और उसने सवाल खड़ा किया तभी स्थानीय कलेक्टर अनुराग वर्मा ने उसे डांट लगाते हुए कहा कि तुम्हारा घर भी तो अवैध में बना होगा अभी घर पूरा नपवा दूंगा और वहीं वह गरीब हाथ जोड़कर मिन्नते करता रहा कि वह केवल परेशान है.
अब आपको बताते हैं कि यह जो तालाब की मेड़ टूटी है, दरअसल यह स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत था, इस प्रोजेक्ट के चलते पूरे तालाब का सौंदर्यकरण किया जाना था. जो लगभग 2021 से शुरू हो गया था लेकिन अब तक पूरा नहीं हो पाया है.
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प्रमुख बातें
- 2021 से चल रहा काम अभी नहीं पूरा हुआ
- 9 करोड़ 21 लाख रुपए का है पूरा प्रोजेक्ट
- 45% कम ही अभी हो पाया पूरा
- 55% पूरे काम का हो चुका है भुगतान
- स्मार्ट सिटी सतना का फेल होता और लेट होता यह भी एक प्रोजेक्ट
- बड़ी शंकर मूर्ति लगी होने के बाद भी कोई व्यवस्था नहीं
- तालाब के चारों ओर खज्जी फैली हुई है.
इस पूरे घटनाक्रम में नगर निगम प्रशासन और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दोनों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. लेकिन लोगों का कहना है कि नगर निगम को इस पूरे मामले से बचाया जा रहा है जबकि एक बड़ी लापरवाही नगर निगम प्रशासन की भी इस मामले में सामने आ रही है.