MP News: मध्य प्रदेश के ‘धन कुबेर’ के नाम से चर्चाओं में छाए हुए RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा केस में बड़ा खुलासा हुआ है. सौरभ शर्मा के तार छत्तीसगढ़ के बाद उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए पाए गए हैं. सौरभ ने प्रदेश के अशोकनगर जिले और UP के ललितपुर जिले में चेतन गौड़ के नाम पर मछली पालन का ठेका लेकर रखा था. वह उसकी आड़ में कारोबार करता था.
चेतन गौड़ के नाम पर लिया था मछली पालन का ठेका
सौरभ शर्मा ने चेतन गौड़ के नाम पर UP के ललितपुर और MP के अशोक नगर जिले में मत्स्य पालन का ठेका लिया था. चेतन गौड़ उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग में ठेकेदार है. सौरभ शर्मा चेतन गौड़ की आड़ में पूरा कारोबार करता था. अब इस मामले में जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी. सौरभ शर्मा समेत पांच लोगों को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया है. इसमें आरोपी सौरभ शर्मा के साथ-साथ उसकी पत्नी दिव्या, मां और उसका साथी शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौड़ भी शामिल हैं.
क्या है सौरभ शर्मा केस ?
19 दिसंबर को लोकायुक्त की टीम ने सौरभ शर्मा के ठिकाने पर छापेमारी की थी. राजधानी भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में की गई कार्रवाई में 234 किलो चांदी और करीब 8 करोड़ रुपए बरामद किए गए थे. इसके बाद दूसरी एजेंसियों ने सौरभ पर शिकंजा कसा. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कार्रवाई करते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसके साथ ही DRI ने भी मामले दर्ज किया था.
जंगल से मिला 54 किलो सोना
छापेमारी के कुछ दिनों बाद भोपाल के मेंडोरी जंगल में 54 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश मिले थे. इस मामले में जब आयकर विभाग की जांच आगे बढ़ी तो एक डायरी और कुछ दस्तावेज मिले, जिससे कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. इस मामले में आयकर विभाग की बड़े पैमाने पर छापेमारी के बाद जांच जारी है.
डायरी में 100 करोड़ रुपए के लेन-देन का जिक्र है. इसमें प्रदेश के 52 जिलों के RTO अधिकारियों को पैसे देने की बात है. किस अधिकारी को कितना पैसा दिया गया, इसका भी लेखा-जोखा है.