MP News: प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी को लेकर विरोध के सुर सामने आने लगे हैं. कांग्रेस के भीतर से वरिष्ठ नेता भी इस कार्यकारिणी के विरोध में हैं. सीनियर नेता अजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. सिंह ने कहा कि जिन नेताओं की वजह से कांग्रेस की दुर्दशा हुई है…उन्हीं लोगों के कहने पर कार्यकारिणी बनेगी तो भगवान मालिक हैं.
मीडिया से बात करते हुए अजय सिंह ने कहा कि 20 साल हो गए अभी भी उन्हीं लोगों के कहने पर निर्णय हो रहे हैं दुर्भाग्य है. जिस तरह से स्वरूप बना है उचित नहीं है. जिन नेताओं की वजह से मध्य प्रदेश की हालत है. उनकी आज भी चल रही हो तो क्या कहूं. 10 महीने बाद भी ख्याल नहीं रखा तो दुर्भाग्य है.
विंध्य की अनदेखी को लेकर अजय सिंह ने कहा, हमारे अंचल के साथ कांग्रेस की सोच सही नहीं है. रीवा, सीधी और सिंगरौली से कहीं कोई नहीं है. उदाहरण के लिए सिर्फ एक-दो नाम शामिल हैं. जिन नेताओं की वजह से कांग्रेस की दुर्दशा है. उन्हीं लोगों के कहने पर कार्यकारिणी बनेगी तो भगवान मालिक है.
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चुरहट से सात बार के विधायक हैं अजय सिंह
अजय सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता में से एक हैं. सीधी के चुरहट से सात बार के विधायक हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं. कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे हैं अजय सिंह.
दस महीने बाद 177 सदस्यीय कांग्रेस कार्यकारिणी घोषित
प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के 10 महीने बाद घोषित की गई. इस कार्यकारिणी में 177 सदस्य हैं. 17 उपाध्यक्ष,71 महासचिव, 16 कार्यकारी सदस्य, 33 स्थाई आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य जीतू पटवारी की टीम में हैं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को भी टीम में शामिल किया गया. वहीं छिंदवाड़ा से पूर्व सांसद नकुलनाथ इस टीम के हिस्सा नहीं हैं.