Sahadol News: प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य शहडोल जिले में कई बड़े उद्योग स्थापित है. जो कि शहड़ोल के लोगो के लिए मुसीबत बन गए हैं. शहडोल जिले में पानी का वाटर लेवल लगातार कम होता जा रहा है. इसकी बड़ी वजह जिले के विचारपुर में स्थापित अल्ट्राटेक प्राइवेट कोयला कंपनी मानी जा रही है. यह फैक्ट्री जिला मुख्यालय से महज 10 किलो मीटर पर स्थित है. कोयला उत्पादन के दौरान हो रही हैवी ब्लेस्टिंग से न केवल लोगो के कच्चे मकान की दीवारों में दरार आ रही है बल्कि यहां का वाटर लेवल भी लगातार कम होता जा रहा है.
पानी के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण
दरअसल लगातार यहां पर खुदाई की जा रही है. जिसकी वजह तेजी से यहां का वाटर लेवल कम होता जा रहा है. जिससे आसपास के गांव में स्थित कुएं व हैण्डपम्प में पानी की कमी हो गई है. कई कुएं सूख गए, इतना ही नही कोयला उत्पादन के दौरान कंपनी द्वारा मुड़ना नदी में पानी भी छोड़ा जा रहा है. जिसकी वजह से नदी का पानी भी काला हो गया है. जिससे किसानों के खेती पर सीधा असर पड़ा है. आलम ये है कि ग्रामीणो पानी के लिए रोजाना जद्दो जहद करनी पड़ रही है.
मवेशी भी तरस रहे पानी को
नदी का पानी काला होने से किसानों की खेती प्रभावित हो ही रही है. मवेशियों को भी साफ पानी नही मिल रहा मजबूरन यही मवेशियों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है. ग्रामीणो की समस्या यही खत्म नही होती, इस भीषण गर्मी में जहां लोगों के कुएं सुख गए. हैण्डपम्प पानी की जगह हवा फेक रहे है.
शिकायत करने पर भी नही हुआ समाधान
अपनी इस समस्या को लेकर ग्रामीणो ने कई बार शहडोल सम्भागीय मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकरियो से पानी की समस्या की शिकायत की. इतना ही नही ग्रमीणों ने अपनी इस समस्या को लेकर प्रदेश की राजधानी भोपाल तक शिकायत कर चुके है. लेकिन उनकी समस्या का आजतक कोई समाधान नही हो सका समस्या जस की तस है.
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कंपनी के जिम्मेदारों ने बात करने से मना किया
वहीं इस पूरे मामले में अल्ट्राटेक कंपनी के जिम्मेदारों से इस संबंध में सवाल पूछा गया. तो उन्होंने अपने जिम्मेदारी से मुह मोड़ते हुए कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि आप स्वतंत्र है आपको जैसा दिखाना हो आप दिखाते रहे.
जांच के लिए भेजा गया काला पानी का सेंपल
पूरे मामले में शहडोल कमिश्नर व प्रदूषण विभाग के वैज्ञानिक का कहना है की कंपनी द्वारा नदी में काला पानी छोड़ने की जानकारी के बाद पानी का सेंपल लिया है. जिसे जांच के लिए भेजा गया है, जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.