MP News: मध्य प्रदेश में दंगे से निपटने के लिए पुलिस को हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर और लाठी की आवश्यकता सबसे ज्यादा है. पुलिस विभाग ने हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, ढाल खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है. करीब 5 हजार से अधिक जवानों के लिए दंगे से निपटने के लिए सम्मान की जरूरत है.
दरअसल, भीड़भाड़ वाले इलाकों में गदर या फिर विवाद होने की स्थिति में पुलिस खुद के बचाव और भीड़ को हटाने के लिए बॉडी प्रोटेक्टर और लाठी का इस्तेमाल करती है. इस खरीदी के लिए पुलिस मुख्यालय ने करीब 5 करोड रुपए का बजट भी जारी किया है. पुलिस मुख्यालय ने टेंडर जारी करते हुए हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर की डिजाइन भी तय करती है. थ्री लेयर ढाल के साथ हेलमेट खरीदे जाएंगे. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई जिलों से डिमांड आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने खरीदी करने का फैसला किया है.
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हालांकि सभी जिलों में बुलेट प्रूफ जैकेट भी से पहले भेजी गई है. खास तौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बुलेट प्रूफ जैकेट की जरूरत थी. जिसे मार्च में ही खरीदी कर भेजा गया है. अब शील्ड, हेलमेट, पॉलीकार्बोनेट लाठी और फुल बॉडी प्रोटेक्टर खरीदने की तैयारी की जा रही है. जुलाई के अंतिम सप्ताह तक टेंडर जारी किया जाएगा और अगस्त में खरीदी की प्रक्रिया होगी.
लाउडस्पीकर पर सख्ती, कार्रवाई के लिए साउंड लेवल मीटर की जरूरत
मध्य प्रदेश में सरकार ने लाउडस्पीकर पर सख्ती की है. करीब 6 महीने पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश भर में सभी जिलों में लाउडस्पीकर पर नियंत्रण करने के लिए निर्देश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मध्य प्रदेश सरकार ने लागू किया है. मंदिर मस्जिद से लाउडस्पीकर भी सामाजिक संगठन की मदद से उतारे गए हैं. क्षमता से ज्यादा ध्वनि वाले लाउडस्पीकर को बैन किया गया है. कम आवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर रियायत है. ऐसे में कई इलाकों में अधिक आवाज पर लाउडस्पीकर बज रहे हैं. पुलिस साउंड लेवल मीटर की मदद से उन इलाकों में साउंड का डेसिबल मापेगी. इसके लिए 55 जिलों में साउंड लेवल मी खरीदने की तैयारी पुलिस मुख्यालय ने की है.