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MP News: विधानसभा सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ा, विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने किया प्रदर्शन

On the first day of the Assembly session 2024, the opposition fasted in front of the Gandhi statue.

विधानसभा सत्र 2024 के पहले दिन विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने अनसन किया.

MP News: मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का सोमवार को पहला दिन रहा. डॉ. मोहन सरकार 03 जुलाई को पूर्ण बजट भी पेश करने वाली है. मालूम हो कि पिछले दिनों में कई मामले उजागर हुए, जिसे लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपनाया है, एक दिन पहले ही मीटिंग कर सरकार को चारों तरफ से घेरने की तैयारी कर ली है. इस रणनीति का असर पहले ही दिन विधानसभा में दिखाई दिया जिसमें कांग्रेस के विधायक नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के नेतृत्व में नर्सिंग घोटाले पर हल्ला बोल करते रहे. पहले दिन नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और कांग्रेस विधायक एप्रिन पहनकर पहुंचे और नर्सिंग घोटाले को लेकर नारेबाजी की. कांग्रेस ने तय किया है कि नर्सिंग घोटाले पर स्थगन प्रस्ताव लाएगी.

विधानसभा का मानसून सत्र 19 जुलाई तक रखा गया है, जिसके हंगामाखेज होने के आसार पहले ही दिन से नजर आ रहे हैं. इस सत्र में नर्सिंग घोटाला, बिगड़ी कानून व्यवस्था, चरमराती स्वास्थ्य सेवाएं, लाडली बहनों और किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने के विरोध में सरकार की घेराबंदी की तैयारी विपक्ष ने की है. उधर, दल बदलने वाले रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे अब सदन में कांग्रेस सदस्यों के साथ नजर नहीं आएंगे. बैठक व्यवस्था बदली गई है.

कांग्रेस नेताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर की नारेबाजी

सोमवार को सदन में कार्रवाई शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता हाथों में तख्तियां लेकर विधानसभा पहुंचे. विधानसभा परिसर में हंगामा किया. नर्सिंग घोटालों को लेकर प्रदर्शन किया. जमकर नारेबाजी की. विधानसभा के समिति कक्ष में वंदे मातरम गान के साथ शुरू हुई बैठक। मोहन सरकार के मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई.

कांग्रेसी नेताओं ने विधानसभा परिसर में ही धरना दिया

विधानभा में जैसे ही दिवंगत विधानसभा, लोकसभा के पूर्व सदस्यों और गणमान्य जनों के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने का कार्यक्रम पूरा हुआ. वैसे ही एमपी के नर्सिंग कॉलेज घोटाले का मुद्दा गर्माया. कांग्रेस के नेता एप्रीन पहनकर उसे पर नर्सिंग घोटाला लिखकर विधानसभा परिसर पहुंचे. परिसर में ही धरना दिया. इसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार प्रमुख रूप से मौजूद थे.

सदन के अंदर परीक्षा घोटाले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. कांग्रेस विधायकों ने जमकर किया हंगामा. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार नर्सिंग घोटाले पर चर्चा की मांग कर रहे थे, उनका कहना था कि सरकार आखिर चर्चा क्यों नहीं कराना चाहती है. कांग्रेस के विधायक सदन में चर्चा पर अड़े रहे.

बच्चों के भविष्य का मामला

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बच्चों के भविष्य का मामला है. युवाओं की बात हो रही है. नियमों पर चर्च की बात हो रही है. इसमें कॉलेज को अनुमति किसने दी, इस पर चर्चा करने की बात हो रही है.

नर्सिंग घोटाले पर सिंघार-विजयवर्गीय भिड़े

उमंग सिंघार ने नर्सिंग घोटाले पर स्थगन की मांग रखी. जिसके बाद संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तर्क दिया कि जो मामला न्यायालय में चल रहा है, उसकी सदन में चर्चा की जरूरत नहीं है.

सदन की कार्यवाही हो गई स्थगित

विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो भारी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जो मामला कोर्ट में चल रहा है, उसकी सदन में चर्चा की जरूरत नहीं है. अध्यक्ष के बार-बार समझाने के बाद भी जब हो हंगामा बंद नहीं हुआ तो उन्होंने सदन की कार्रवाई स्थगित करने का निर्णय लिया. विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने दोपहर 1.00 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी.

विपक्ष ने गांधी प्रतिमा पर किया प्रदर्शन

सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस का विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन हुआ. उमंग सिंघार, हेमंत कटारे, सचिन यादव सहित विधायकगण मौजूद थे. सचिन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करवाना चाहिए. एमपी सरकार ने युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है, पहले व्यापमं महाघोटाला जिससे पूरी दुनिया में प्रदेश की बदनामी हुई और अब नर्सिंग घोटाला. सरकार को तत्कालीन मंत्री, एसीएस, पीएस, कमिश्नर सहित अन्य दोषियों को निलंबित करना चाहिए.

पॉलिसी बनाने वाले अधिकारियों पर एक्शन हो

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में चर्चा कराए जाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने अध्यक्ष को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा की हम चाहते है कि सदन की 14 दिन की बैठकें पूरी चले. उन्होंने कहा कि विपक्ष के हंगामें को लेकर आरोप लगाए जाते हैं. हम चाहते हैं कि बीच का रास्ता निकल कर चर्चा कराई जाए. कोर्ट में जो मामला है उस पर हम चर्चा नहीं करना चाहते हैं. नर्सिंग काउंसिल की पॉलिसी बनाने वाले अधिकारियों पर एक्शन हो. इस पूरे घोटाले को लेकर कांग्रेस पर्दाफाश करेगी.

नेता प्रतिपक्ष चर्चा पर अड़े

सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है. उमंग सिंगार ने फिर से नर्सिंग घोटाले पर चर्चा करने की मांग की. इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि डॉ मोहन यादव की सरकार चर्चा करने से भागती नहीं है, लेकिन सदन नियमों से चलता है.

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नर्सिंग घोटाले की जांच चल रही है

नर्सिंग घोटाले पर कांग्रेस के हंगामे पर डिप्टी सीएम और चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल का ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसपर राजनीति कर रही है. जबकि नर्सिंग घोटाले की जांच चल रही है. CBI खुद इस मामले में जांच कर रही है. कांग्रेस ऐसे मुद्दे को हवा दे रही है, जिसकी पहले ही सरकार जांच कराने का आदेश दे चुकी है.

इनकम टैक्स वाले कैबिनेट निर्णय का सीएम ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा कैबिनेट के माध्यम से स्वयं का और मंत्रीगण का आयकर स्वयं जमा करने के निर्णय का आज विधानसभा में स्पीकर श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रश्नकाल के पश्चात विशेष उल्लेख किया. इस निर्णय का सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया. विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वयं का और मंत्रीगण ने भी स्वयं का इनकम टैक्स खुद जमा करने का निर्णय लिया है. वे स्वयं भी अब अपना इनकम टैक्स जमा करेंगे. इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि वे भी अपना आयकर स्वयं जमा करेंगे. सदन में उपस्थित विधानसभा सदस्यों ने मेजे थपथपाकर इसका स्वागत किया.

सरकार के 11 विधेयकों में यह प्रस्ताव शामिल किए गए

विधानसभा के इस मानसून सत्र में राज्य सरकार 11 विधेयक सदन में पेश कर रही है. इसमें खुले नलकूप में बच्चों के गिरने से होने वाली दुघर्टनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में एकरूपता लाने के लिए विवि अधिनियम 1973 में संशोधन, मप्र स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन अपराध 1964 संशोधन विधेयक, मध्यप्रदेश नगर पालिका संशोधन विधेयक, मप्र सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक प्रमुख हैं. हालांकि इन विधेयकों में से कुछ की सूचना राज्य सरकार की ओर विधानसभा सचिवालय को नहीं दी गई है. सचिवालय को यही बताया गया है कि महत्वपूर्ण विधयेक पेश होंगे. विवि संशोधन विधेयक एवं नगर पालिका संशोधन अध्यादेश सोमवार को सदन में पेश होंगे. ये अध्यादेश विधेयक का रूप लेंगे

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