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MP News: इस साल इनकम टैक्स कर्मचारियों को बोनस नहीं, प्रदेश के छापामार विंग के इंस्पेक्टर्स और MTS स्टाफ पर पड़ा असर

The raiding wing of the Income Tax Department did not get bonus this year

सांकेतिक तस्वीर

MP News: मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सहित देश भर में इनकम टैक्स की वसूली कर सरकार का खजाना भरने वाले निचले कर्मचारियों को इस बार दिवाली का बोनस अब तक नहीं मिल पाया. इनमें खासतौर पर छापामार विंग के इंस्पेक्टर्स और एमटीएस (MTS) स्टाफ भी शामिल है. आयकर विभाग में ग्रुप ‘सी’ कर्मचारियों को बोनस के रूप में 6 हजार 908 रुपये बांटे जाते हैं.

सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (IT) से पहले यह राशि वेतन मद में जारी होती थी. अभी 2-3 सालों से यह ‘रिवार्ड’ मद में आ रही है. देश के कुल रिवेन्यू कलेक्शन में डायरेक्ट टैक्स का योगदान पिछले वित्त वर्ष में 19.58 लाख करोड़ रुपये (56.72%) रहा था. यह राशि पिछले 14 सालों में सबसे ज्यादा है. एक माह से इंतजार एमपी-छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग के लगभग दो-ढाई सौ कर्मचारी प्रभावित हुए हैं.

दूसरे राज्यों का मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में असर

विभागीय सूत्रों का कहना है देश के कुछ अन्य राज्यों में भी दिवाली का बोनस नहीं मिला है. दिवाली बीते करीब एक महीना हो गया है लेकिन बोनस नहीं मिलने से कर्मचारियों में मायूसी है. जबकि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का पिछले कई सालों में इनकम टैक्स में बढ़ोतरी हुई है. लगातार छापेमारी और इन्वेस्टिगेशन में भी तेजी आई है.

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जल्द बोनस जारी करने का आश्वासन

बताया जाता है कि विभागीय प्रमुख की ओर से भी सीबीडीटी (CBDT) की जानकारी में यह मामला लाया गया है. बोर्ड ने जल्दी ही बोनस जारी किए जाने का आश्वासन दिया है. इस बार ग्रुप ‘सी’ कर्मचारी इंस्पेक्टर्स और एमटीएस (MTS) स्टाफ को दिवाली का बोनस अब तक नहीं मिला. पहले वेतन के साथ बोनस आता था. यूनियन पदाधिकारियों भी सीबीडीटी (CBDT) के सामने मुद्दा उठाया है.

कैसे होती है बोनस राशि की गणना?

बोनस राशि की गणना औसत परिलब्धियों को 30.4 से विभाजित करके, फिर उसे 30 दिनों से गुणा करके होती है. लगातार तीन सालों तक एक साल में 240 दिन काम करने वाले कर्मचारी भी बोनस के लिए पात्र होते हैं.

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