MP News: बरसात के दिनों में सड़कों के घटिया निर्माण की तस्वीर सामने आती है. रीवा जिले की एक सड़क जो 12 करोड़ की लागत से बनी लेकिन 12 महीने भी नहीं चल पाई. सड़क जगह जगह से धस गई है. दरअसल, रीवा जिले में सड़कों के घटिया निर्माण ने रीवा के मध्य प्रदेश में किरकिरी कराई है. यहां चुनाव के पहले 3 हजार करोड़ की सड़के स्वीकृत हुई थी जिसमें एक सड़क कृषि महाविद्यालय से बनाई गई. 12 करोड रुपए की लागत से बनी यह सड़क की हालत जर्जर हो गई है.
क्रॉस बैरियर हुए जमीदोज
यह सड़क 12 महीने भी नहीं चल पाई जगह-जगह सड़क धस गई है. क्रॉस बैरियर जमीदोह हो गए हैं, चुनाव के पहले रीवा के कृषि महाविद्यालय से लेकर निपानिया तक सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था. स्वीकृत के बाद सड़क निर्माण की जिम्मेदारी क्लासिक इंफ्रा वर्ड को दिया गया ठेका कंपनी ने काम शुरू कर दिया.
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कृषि महाविद्यालय से पुल पुलिया का भी निर्माण किया गया सड़क के निर्माण में भी काफी लंबा समय लगा. जिसमें लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, अब जब सड़क निर्माण पूरा हुआ तो पहली ही बारिश में सड़क दम तोड़ने लगी और अब इसमें गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं. पूरी सड़क क्रांकिट की बनाई गई है फिर भी सड़क मिट्टी का साथ छोड़ने लगी. रिटर्निंग वॉल के साथ मिट्टी बहने लगी इतना ही नहीं सड़क का किनारा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता हुआ दिख रहा है.
सड़क निर्माण में लापरवाही का आरोप
मिट्टी की फीलिंग अच्छे से नहीं की गई यही वजह है कि सड़क का काम पूरा होने के बाद अब जरा सी बारिश में कंक्रीट सड़क में मिट्टी का साथ छोड़ना शुरू कर दिया. सड़क में भी दरारें आने लगी लोगो के पैदल चलने के लिए फुटपाथ निर्माण में पेवर ब्लॉक लगाए गए क्रॉस बैरियर लगाए गए वह सब नीचे धंस गया है. और अब लीपापोती करने की कोशिश की जा रही और घटिया निर्माण पर पर्दा डाला जा रहा है. जिम्मेदार कह रहे हैं की कार्रवाई होगी संबंधित ठेकेदार पर कार्यवाही होगी अब यह देखने वाली बात होगी की कितनी कार्रवाई होती है या फिर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती इस सड़क में भी लीपापोती की जा रही है.