MP News: अगले साल में बिजली दरों के स्लैब में बदलाव किए जाने का प्रस्ताव है. इस बदलाव के तहत 300 यूनिट से ज्यादा मासिक बिजली खपत वाला स्लैब खत्म किया जाएगा. इसे 150 यूनिट वाले स्लैब में मर्ज कर दिया जाएगा. यह प्रस्ताव एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग के सामने दायर की गई याचिका में रखा गया है.
‘बिजली दरों के स्लैब को सरल बनाने की योजना’
पावर मैनेजमेंट कंपनी के चीफ जनरल मैनेजर (रेवेन्यू मैनेजमेंट) शैलेंद्र सक्सेना ने बताया ‘उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली दरों के स्लैब को सरल और सुविधाजनक बनाने की योजना है. यह प्रस्ताव मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में पेश किया गया है.
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फोरम ऑफ रेगुलेशन ने दी मंजूरी
फोरम ऑफ रेगुलेशन (FOR) ने भी इस बदलाव के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. 6 साल पहले 500 यूनिट से ज्यादा खपत वाला स्लैब भी खत्म किया गया था. इसके साथ ही ग्रीन एनर्जी पर एक्स्ट्रा चार्ज को 56 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 47 पैसे प्रति यूनिट किया जाएगा. स्लैब में बदलाव के बाद 151 से 300 यूनिट तक खपत वाला स्लैब रहेगा.
बिजली उपभोक्ताओं का क्या फायदा मिलेगा?
अभी 300 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत पर 6.80 रुपये प्रति यूनिट का शुल्क देना होता है. लेकिन इस स्लैब के समाप्त होने पर 6.61 रुपये प्रति यूनिट का शुल्क लागू होगा. जिससे उपभोक्ताओं को 19 पैसे प्रति यूनिट की बचत होगी. इसके साथ ही 25 दिसंबर तक फ्यूल कॉस्ट और पावर परचेज एग्रीमेंट सरचार्ज में भी राहत मिलेगी.