Vistaar NEWS

MP News: उमंग सिंघार ने ऑस्ट्रेलिया के जहरीले सांपों से की BJP की तुलना, बोले- आदिवासी को डसने का काम कर रही बीजेपी

Leader of Opposition Umang Singhar

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News: आज 9 अगस्त यानी विश्व आदिवासी दिवस है. यूनाइटेड नेशन द्वारा विश्व आदिवासी दिवस को मनाने का निर्णय लिया गया है. मध्य प्रदेश शासन के नेता प्रतिपक्ष एवं गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने आदिवासी दिवस पर आज समस्त देश एवं प्रदेशवासियों व आदिवासियों को बधाई दी. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है. उन्होंने भाजपा की तुलना ऑस्ट्रेलिया के जहरीले सांपों से की.

जहरीले सांप के रूप में दिख रही भाजपा

इस अवसर पर उमंग सिंघार ने कहा कि यूनाइटेड नेशन द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 9 अगस्त को अवकाश की घोषणा की थी यह गर्व की बात है. जो समाज जल जंगल जमीन को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले आदिवासी अपनी विलुप्त होती भाषाओं को बचाने के लिए सभी समाज को सम्मान देने के लिए एवं उन्हें सहजने के लिए विश्व आदिवासी दिवस मनाते है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार से विरोध कर रही है. ऑस्ट्रेलिया में विश्व के सबसे जहरीले सांप पाए जाते हैं, मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा जहरीले सांप के रूप में दिख रही है मुझे ‌इस प्रकार से आदिवासी को डसने का काम कर आदिवासियों का अपमान कर रही है. 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश नहीं दिया जिसकी मैं निंदा करता हूं. सिंघार ने भाजपा को आधे हाथों लेते हुए कहा कि कहा कि आप आदिवासियों के वोट तो लेना चाहते हो लेकिन आप उनका सम्मान नहीं करना चाहते हो यह बहुत ही निंदनीय बात है.

ये भी पढ़ें: रीवा को नशा-मुक्त जिला बनाने के लिए पुलिस ने शुरु किया अभियान, नशे के कारोबारियों पर कसा जाएगा शिकंजा

X पर लिखा- विश्व आदिवासी दिवस को भूल गई BJP


उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा. क्या एमपी की नई नवेली मोहन सरकार 9 अगस्त को मनाए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस को भूल गई है या शिवराज सरकार के फैसलों को पलटने वाली मुहिम में इस दिन को भी शामिल कर लिया गया है? इस बार सरकारी स्तर पर न तो कोई कार्यक्रम घोषित किया गया और न छुट्टी की घोषणा की गई! जबकि, बीजेपी की ही शिवराज सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले इसी दिन आदिवासी उद्धार का जमकर दिखावा किया था! क्या सरकार के झूठे वादों में आदिवासियों के प्रति सद्भाव का दिखावा भी शामिल था या बीजेपी ऐसे पाखंड सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए ही करती है? आदिवासी समाज सब देख और समझ रहा है कि एमपी की मोहन सरकार का उनके प्रति नज़रिया क्या है! हम भूले कुछ नहीं..!सब याद है…और सब याद रहेगा.. !!!

Exit mobile version