MP News: मध्य प्रदेश खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर महेश्वर विकासखंड के करौंदिया गांव में 50 वर्षीय गुजराती बाबा ने नवरात्रि पर अनोखी साधना शुरू की है. ये तपस्या दशहरे तक चलेगी और इस दौरान बाबा अन्न-जल त्याग कर देवी की उपासना में लीन रहेंगे.
दरअसल, बाबा ने यहां जवारा समाधि ली है. इस समाधि में शरीर को मिट्टी में दबाकर उस पर गेहूं के ज्वारे बोए जाते हैं. बाबा बताते हैं कि मां भगवती की कृपा से 100 किलोमीटर के क्षेत्र तक इन ज्वारों की हरियाली बनी रहती है.
33 साल से देवी साधना में लीग
गुजराती बाबा का नाम जगदीशानंद गुरु कल्याणदास महाराज है. वे पिछले 33 वर्षों से देवी साधना में लीन हैं. बाबा अब तक देशभर में 24 से 25 समाधियां ले चुके हैं, हिमालय से शुरुआत हुई और गुजरात, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी समाधि ली है.
जगत कल्याण के लिए समाधि
श्रद्धालुओं ने बताया बाबा इस अनोखी साधना के माध्यम से जगत कल्याण, व्यसन मुक्ति और सनातन धर्म की एकता के लिए देवी आराधना कर रहे हैं. 3 अक्टूबर को हवन पूजन के बाद यह समाधि ली थी, जो 12 अक्टूबर को दशहरे के दिन पूरी होगी. बाबा, समाधि के दौरान केवल एक-दो चम्मच पानी पीते हैं ताकि शरीर की नसें सूख न जाएं. बाबा का लक्ष्य है कि वे देश के हर राज्य में तीन समाधियां लें.
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