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MP News: कार्यकारिणी पर कांग्रेस-बीजेपी में घमासान, मोनू सक्सेना ने सुरेश पचौरी को बताया गेम प्लानर

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फाइल फोटो

MP News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कार्यकारिणी कांग्रेस के लिए जी का जंजाल बन गई है. पहले तो सूची में देरी और नाम को लेकर चर्चा थी लेकिन अब इस्तीफा की बरसात हो गई है. कांग्रेस से नाराज नेता पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं. कारण सिर्फ एक है काबिल को जगह नहीं मिली.पूर्व विधायक से लेकर पार्टी के कई और लंबे समय तक जुड़े रहने वाले नेताओं ने इस्तीफा दे रहे हैं. इस पूरे इस्तीफा के विवाद में कांग्रेस में रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी आ गए हैं.

कांग्रेस के नेता रहे मोनू सक्सेना ने तो पचौरी को कांग्रेस का गेम प्लानर तक बता दिया. सक्सेना ने कहा कि उन पर कई केस दर्ज हैं. 65 से ज्यादा केस दर्ज है. पार्टी के लिए सरकार के खिलाफ आंदोलन प्रदर्शन सब कुछ किया लेकिन उन्हें अहम जिम्मेदारी नहीं मिली. जीतू पटवारी ने दावा किया था कि युवाओं को जगह मिलेगी लेकिन सुरेश पचौरी के करीबियों को कांग्रेस के भीतर पद मिल गया है. सबसे पहले आई सूची में इंदौर से इस्तीफा की शुरुआत हुई. जीतू पटवारी खुद इंदौर से आते हैं लेकिन अपने जिले के नेताओं को भी नहीं संभाल पाए. असंतुष्ट नेताओं ने सूची आने के बाद इस्तीफा पार्टी को भेज दिया.

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कांग्रेस के असंतुष्ट और इस्तीफा देने वाले नेताओं को लेकर भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि जीतू पटवारी ने कांग्रेस नेताओं की दीपावली खराब कर दी. कांग्रेस के भीतर बम फूट रहे हैं इस्तीफों की झड़ी लग चुकी है. अब पार्टी में घमासान मचा है तो बीजेपी विधायक के बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है. कांग्रेस के नेता रवि सक्सेना ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस की बात ना करें अगर एक उंगली कांग्रेस पर उठाते हैं तो तीन उंगली बीजेपी पर ही उठती है. सक्सेना ने कहा कि बीजेपी परिवारवाद की बात ना करें तो बेहतर है नहीं तो बात अमित शाह राजनाथ सिंह तक जाएगी.

खैर मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव हैं. कांग्रेस नेताओं की ऐसी नाराजगी पार्टी के लिए स्लो प्वाइजन का काम जरुर कर रही है. नाराज को मनाने की बजाय कांग्रेस का पूरा फोकस उपचुनाव पर है. जब सूची बनी है तो जीतू पटवारी को भी कुछ जिम्मेदारी जरूर लेनी चाहिए क्योंकि बात जीतू पटवारी की नहीं है, बात पार्टी की है.

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