MP News: उज्जैन कोयला फाटक इलाके से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक व्यक्ति ने दिन दहाड़े महिला को शराब पिलाकर सड़क पर ही रेप कर डाला. वहीं घटना स्थल पर मौजूद लोग महिला की मदद ना करके वीडियो बनाने में मसरूफ रहे. इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें एक व्यक्ति एक महिला के साथ सड़क के किनारे ही रेप करता दिखाई दे रहा है. वीडियो की जानकारी मिलते ही उज्जैन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद लोग महिलाओं की सिक्योंरिटी पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
उज्जैन के चीफ सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस ओम प्रकाश मिश्रा का कहना है कि यह घटना बीते बुधवार की है. जिसकी वीडियो “सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आते ही उज्जैन पुलिस ने मामले की जांच की आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. वहीं आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता की मुलाकात आरोपी से शराब की दुकान के पास हुई थी. दोनों ने एक साथ में शराब पी थी. वहीं शराब के नशे में धुत होने पर आरोपी ने महिला के साथ जबरदस्ती कर उसका रेप किया.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर बोला हमला
• धर्मनगरी #उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका #Ujjain की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है!
• यह सोचकर ही स्तब्ध हुआ जा सकता है कि #मध्यप्रदेश में अब दिनदहाड़े, खुली सड़क पर बलात्कार शुरू हो गए हैं. ऐसा तभी संभव है जब कानून और सरकार का असर पूरी तरह से… pic.twitter.com/SLFnVIXc8L
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 5, 2024
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एमपी सरकार पर हमला बोलते हुए वायरल हुई वीडियो को सोशल मीडिया के माध्यम से X पर शेयर कर राज्य में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा -धर्मनगरी उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है
पटवारी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, धर्मनगरी #उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका #Ujjain की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है!
* यह सोचकर ही स्तब्ध हुआ जा सकता है कि #मध्यप्रदेश में अब दिनदहाड़े, खुली सड़क पर बलात्कार शुरू हो गए हैं. ऐसा तभी संभव है जब कानून और सरकार का असर पूरी तरह से खत्म हो जाए!
* यदि मुख्यमंत्री के गृह नगर के यह हाल हैं, तो बाकी प्रदेश के हालात आसानी से समझ जा सकते हैं. दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को भी महसूस किया जा सकता है!
अब गृहमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं,
प्रदेश सरकार के एक-एक मंत्री से सवाल है!
शर्म से डूब मरो या कुर्सी छोड़ दो!
बेशर्मी से भरी इस निर्लज्ज व्यवस्था के खून में आखिर उबाल कब आएगा?