MP News: फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में सीनियर अफसरों की कमी के चलते वन मुख्यालय में एक पीसीसीएफ (PCCF) के पास तीन-तीन प्रमुख शाखाओं का प्रभार है. जिससे फाइलों के मूवमेंट पर विपरीत असर पड़ रहा है. अक्टूबर में वन विकास निगम के एमडी राकेश कुमार यादव के सेवानिवृत्त होने से प्रशासन के पीसीसीएफ (PCCF) विवेक जैन को प्रभार दिया गया है.
यही हाल संरक्षण और कैंपा सहित अन्य शाखाओं का है. इस माह विकास शाखा भी खाली होने जा रहा है. पीसीसीएफ (PCCF) पीके सिंह अनुसंधान एवं विस्तार के साथ समेत कई प्रमुख प्रभार खाली संरक्षण और कैंपा का प्रभार देख रहे हैं. कैंपा के पीसीसीएफ (PCCF) रहे महेन्द्र सिंह धाकड़ अक्टूबर में सेवानिवृत्त हो गए हैं. नवंबर में पीसीसीएफ (PCCF) यूके सुबुद्धि रिटायर हो रहे हैं. इनके पास अभी विकास और बांस मिशन हैं. कान्हा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एस सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद नई पदस्थापना नहीं हुई है.
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पीसीसीएफ (PCCF) पद पर नहीं होंगे प्रमोशन
मार्च 2025 तक अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के प्रधान मुख्य वन संरक्षक पद पर प्रमोशन नहीं होंगे, क्योंकि विभाग के पास पहले से पीसीसीएफ के 4 अतिरिक्त पद हैं. कैडर में कुल दस पद हैं लेकिन एक साल के लिए चार और पद मंजूर हुए थे.
इन पर भी प्रभारी कर रहे काम
वन्यप्राणी विभाग में एपीसीसीएफ के दो पद हैं लेकिन एक पद ही भरा है. इसी तरह सतर्कता शिकायत, जेएफएम एवं एफडीए, निगरानी एवं मूल्यांकन, वन भूमि रिकॉर्ड, कार्य आयोजना जबलपुर तथा भोपाल, वन्य जीव सुरक्षा प्रभार पर हैं. उपचुनाव के बाद ही फेरबदल की उम्मीद है. वन मंत्री रामनिवास रावत विजयपुर उप चुनाव में प्रत्याशी हैं. इसलिए फॉरेस्ट में फाइलों और प्रस्तावों का मूवमेंट नहीं है. नवंबर के आखरी सप्ताह में ही प्रभारों में बदलाव की संभावना है.