Vistaar NEWS

MP News: सुगम, सुरक्षित यातायात के लिए इंदौर में Yellow Junction Box Marking…जानिए मतलब

Yellow Box Junction Indore

येलो बॉक्स जंक्शन इंदौर

MP News: इंदौर की सड़कों पर यात्रा करते समय, आप चौराहों से गुज़रते समय बड़े-बड़े सड़क चिह्नों को देख सकते हैं. ये पीले रंग के बॉक्स गार्डन सिटी की धीमी और जाम से भरी सड़कों को ठीक करने के लिए पुलिस द्वारा किया गया नवीनतम प्रयास है. इंदौर के बिगड़ते यातायात को सुधारने के लिए नया प्रयास है.

शहर के मुख्य चौराहों पर पीले रंग के बॉक्स लगा दिए गए हैं. इन बॉक्स को अनदेखा करना आपके बटुए और गाड़ी चलाने के आपके अवसरों के लिए खतरनाक हो सकता है.

आख़िर क्या है येलो बॉक्स जंक्शन

इंदौर हाई कोर्ट चौराहे पर ट्रैफिक संभाल रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मी रणजीत सिंह ने बताया कि येलो बॉक्स जंक्शन वहाँ बनाया जाता है जहाँ पर ट्रैफिक का वॉल्यूम बहुत ज़्यादा रहता है. उस चौराहे पर येलो बॉक्स जंक्शन की ज़रूरत रहती है. इसका नियम है कि इस बॉक्स के अंदर अगर कोई गाड़ी या ट्रैफिक है तो पीछे वाली गाड़ी इस बॉक्स के अंदर नहीं आएगी. चाहे गाड़ी हो या कोई पैदल चलने वाला व्यक्ति. अगर बॉक्स के अंदर कोई गाड़ी या व्यक्ति है ग्रीन सिग्नल के बाद भी तो और गाड़ी उसमे नहीं आएगी. येलो बॉक्स जंक्शन में तब ही अंदर जाना है जब आपको दिखे की आगे बॉक्स क्लियर है. ट्रैफिक फसे न इसलिए ये बॉक्स बनाया गया है. शाम के समय बहुत ट्रैफिक ख़राब रहता है. अगर कोई पैदल चल रहा है और उसे रोड क्रॉस करना है तो येलो बॉक्स में नहीं आना, उसे ज़ेबरा क्रासिंग से ही जाना होगा.

ये भी पढ़ें: रतलाम में डीजल से भरी मालगाड़ी के दो टैंकर पटरी से उतरे, आधी रात तक रिसता रहा डीजल

अगर नियम तोड़ा तो होगी कार्यवाई ?

अगर कोई नियम तोड़ता है तो धारा 119 के तहत 500 रुपए फाइन लगता है और कार्यवाई होती है. हम प्रयास कर रहे हैं लोगों को इसके बारे में ज़्यादा से ज़्यादा पता चले. लोगों में इसके लिए awareness रहे. शहर के नागरिक ही शहर को बनाते है। इस नियम को समझना ज़रूरी है.

Exit mobile version