MP News: मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती के मामले में जांच कर रहे आयोग ने इस मामले में क्लीन चिट दे दी है, जिसके बाद सरकार चयनित लोगों को जल्द से जल्द नियुक्त कर देगी. पूरे मामले में क्लीन चिट मिलने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने संबंधित विभागों को भी निर्देश दे दिए है. इसके अनुसार पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को घोषित परिणाम के मुताबिक नियुक्तियां दे दी जाएंगी.
सवालों के घेरे में आ गई थी चयन प्रक्रिया
दरअसल पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगे थे और पूरी भर्ती प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में आ गई थी, जिसके बाद परीक्षा के परिणामों पर रोक लगा दी गई थी. वहीं इसकी जांच के लिए सरकार ने एक आयोग का गठन किया था. अब आयोग ने पूरे मामले में जांच के बाद क्लीन चिट दे दी है. इसके बाद पटवारियों की नियुक्ति का रास्ता अब साफ हो गया है.
पूरे प्रदेश में उस वक्त हड़कंप मच गया था जब पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आया था. उस वक्त घोषित रिजल्ट में एक ही सेंटर के करीबन 114 अभ्यर्थियों का चयन हो गया था. उनमें से करीब 7 अभ्यर्थी ऐसे थे जिनका नाम टॉपर लिस्ट में भी आ गया था, जिसके बाद तो पूरी भर्ती प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में आ गई थी. गड़बड़ी के आऱोपों के बाद जमकर प्रदर्शन भी हुए थे. विपक्ष को भी सरकार को घेरने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया था. साथ ही चयनित अभ्यर्थियों ने भी अपील की थी कि जिन टॉपर्स के नाम को लेकर विवाद है उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी जाए. साथ ही अभ्यर्थियों ने नियुक्ति को लेकर ज्ञापन सौंपा था
सरकार ने दिए थे जांच के आदेश
पूरे मामले में चारों तरफ से विवाद बढ़ने के बाद और काफी दवाब के बाद शिवराज सरकार ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी. उन्होने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया था कि नियुक्तियों को लेकर फिर से परीक्षण किया जाएगा. पटवारियों की ये भर्ती समूह 2 और समूह 4 के लिए होनी थी. साथ ही पटवारी पद के लिए कुल 8617 भर्तियां हुई थी. लेकिन धांधली के आरोप लगने के बाद शिवराज सरकार ने रिजल्ट होल्ड कर दिया था और 13 जुलाई 2023 को जांच के आदेश दिए गए थे.