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’70 साल के बुजुर्ग….मुख्यमंत्री नहीं बनने से पागल हो गए…’, जीतू पटवारी का कैलाश विजयवर्गीय पर तीखा हमला, बोले- भगवान सद्बुद्धि दे

Jitu Patwari

कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष जीतू पटवारी

MP News: कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विवादित बयान पर राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कैबिनेट मंत्री पर निशाना साधा है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर दिए उनके बयान को लेकर पटवारी ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय मुख्यमंत्री ना बनने से पागल हो गए हैं.

’70 साल के बुजुर्ग हो गए हैं’

जीतू पटवारी शुक्रवार को खरगोन दौरे पर थे. यहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि इनको मुख्यमंत्री बनना है. कैलाश विजयवर्गीय 70 साल के बुजुर्ग हो गए हैं. बूढ़ा हो गया है कैलाश विजयवर्गीय. अभी मुख्यमंत्री नहीं बने तो दिमाग खराब हो गया है, पागल हो गया है. पगलाहट जो बात होती है, वो सब बातें कर रहा है. भगवान कैलाश विजयवर्गीय को सद्बुद्धि दे, हम सब प्रार्थना करते हैं.

क्या है पूरा मामला?

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय 25 सितंबर को शाजापुर के दौरे पर थे. यहां वे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर आयोजित प्रबुद्धजन संगोष्ठी में शामिल हुए थे. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर टिप्पणी की थी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा था कि मैं आप सभी लोगों से पूछना चाहता हूं क्या आप में से कोई अपनी जवान बहन या बेटी को सार्वजनिक रूप से चुंबन करेंगे. मेरे पिताजी अपनी बहन के गांव का पानी भी नहीं पीते थे और आज के हमारे नेता प्रतिपक्ष ऐसे हैं, जो अपनी जवान बहन को चौराहे पर चुंबन कर लेते हैं.

कैलाश विजयवर्गीय ने दी थी सफाई

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि मैं किसी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्नचिन्ह नहीं उठा रहा हूं. सब रिश्ते पवित्र है, पुत्र-मां, पति-पत्नी, भाई-बहन का रिश्ता पवित्र है. लेकिन एक मर्यादा है. इसलिए मैंने जो कहा है कि विदेशों में यह सब चलता है लेकिन हमारे यहां यह नहीं चलता है.

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उन्होंने आगे कहा कि क्या आप अपनी बहन को आलिंगन करते हैं बीच चौराहे पर? हमारे भी प्रेम के संबंध हैं. मैं भी अपनी बहन का सिर चूमता हूं. मैं रिश्ते की पवित्रता पर सवाल नहीं उठा रहा. मेरा पूरा भाषण सुन लेते को यह प्रश्न ही नहीं उठता. मैंने सिर्फ भारतीय संस्कृति और विदेशी संस्कृति की बात की.

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