Civil Service Day: हर साल 21 अप्रैल को सिविल सर्विस डे (Civil Service Day) मनाया जाता है. सोमवार को दिल्ली के विज्ञान भवन (Vigyan Bhawan) में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. 17वें लोक सेवा दिवस के अवसर देश भर के 18 अधिकारियों को सम्मानित किया. इनमें से एक मध्य प्रदेश की झाबुआ कलेक्टर नेहा मीणा (Neha Meena) हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उनकी ‘मोटी आई’ पहल के लिए उनको सम्मानित किया. क्या है ‘मोटी आई’ पहल?
1130 बच्चों को कुपोषण से बाहर निकाला
‘मोटी आई’ भीली भाषा का शब्द है जिसका मतलब बड़ी मां होता है. झाबुआ कलेक्टर नेहा मीणा ने जिले में कुपोषण को नियंत्रित करने के लिए ये पहल शुरू की. जिले में ऐसे 1,325 बच्चे चिह्नित किए गए, जो कुपोषित थे. इनमें से अब तक 1130 बच्चों को कुपोषण से बाहर निकाल लिया गया है.
गीत गाकर लोगों को किया जागरूक
भीली भाषा में लोक गीत बनाए गए. गांवों-फालियों तक अभियान की खूबियां बताईं और पोषण आहर को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने गांव में अनुभवी महिलाओं की मदद ली. गांव की कई महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया. हर गांव में तैयार हुईं ‘मोटी आई’ बच्चों को कुपोषण से दूर रखने में पूरी मदद करती हैं और ‘मोटी आई’ कुपोषित बच्चों की मालिश भी करती हैं.
कौन है नेहा मीणा?
नेहा मीणा राजस्थान के मारवाड़ जंक्शन की रहने वाली हैं. उनकी मां का नाम कृष्णा देवी मीणा और पिता चिमन सिंह मीणा हैं. नेहा ने इकॉनोमिक्स से एमए किया है. साल 2014 में नेहा का भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयन हुआ था और मसूरी से आईएएस की ट्रेनिंग ली थी. वर्तमान में मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले की कलेक्टर हैं.
