Indore News: इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों के आतंक से जुड़े मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है. दो-तीन दिन पहले जिन दो नवजातों के हाथ चूहों ने कुतरे थे, उनमें से एक की मंगलवार को मौत हो गई थी. जबकि दूसरे बच्चे ने आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हालांकि कल नवजात की मौत के बााद अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि बच्चे की मौत चूहे के काटने से नहीं हुई है.
नवजात की मौत के बाद डीन द्धारा तुरंत कार्रवाई करते हुए दो स्टाफ नर्स को निलंबित कर दिया गया है, वहीं नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को पद से हटा दिया गया. मामले में प्रभारी समेत कई जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है.
डीन ने कहा चूहों के काटने से नहीं हुई मौत
डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि नवजात का वजन सिर्फ 1.2 किलो था, उसका हीमोग्लोबिन बेहद कम था और उसे सर्जिकल दिक्कत थीं. दोनों नवजात को जन्म के तुरंत बाद NICU (Neonatal Intensive Care Unit) में सिफ्ट किया गया था. डॉक्टरों के मुताबिक जिस नवजात की मौत हुई उसका कारण सेप्टिसीमिया (संक्रमण) रहा.
वहीं दूसरा बच्चा, जिसके पेट का ऑपरेशन किया गया था उसने आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. स्टाफ ने बताया कि जिन नवजातों कि मौत हुई ये वही बच्चा थे, जिन्हें उनके परिजन जन्म के बाद अस्पताल में छोड़कर चले गए थे.
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चिकित्सा विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य आयुक्त ने डीन डॉक्टर अरविंद घनघोरिया को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस भेजा है. आयुक्त का कहना है कि NICU वार्ड में भर्ती नवजातों को चूहों द्वारा कुतरने का मामला अत्यंत गंभीर है और प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही दर्शाता है.
