MP Weather Update: इस बार मध्य प्रदेश में नवंबर महीने की शुरुआत कड़ाके की सर्दी के साथ हुई. हाड़ कंपाने वाली ठंड ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. भोपाल-इंदौर में तो 80 साल से ज्यादा का रिकॉर्ड टूट गया. राजधानी में पारा 5.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा. राज्य में लगातार 15 दिनों तक शीतलहर चली. पिछले दो दिनों से ठंड का प्रकोप कम हो गया है, अगले कुछ दिन कोल्ड वेव का असर देखने को नहीं मिलेगा.
बादल छाने से गर्मी का अहसास
बंगाल की खाड़ी में ‘सेन्यार’ चक्रवाती तूफान जन्म ले रहा है. तूफान तेजी से भारत की ओर बढ़ रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर दक्षिण पूर्वी हिस्से में देखने को मिलेगा. इसी वजह से मध्य प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिन तक प्रदेश में कहीं भी शीतलहर नहीं चलेगी. दिन के तापमान में गिरावट और रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
ठंड का असर कम होने के बावजूद कई शहरों में धुंध और कोहरे का असर देखने को मिल रहा है. जबलपुर, नर्मदापुरम, शाजापुर और भोपाल में कोहरा देखने को मिला.
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नौगांव सबसे ठंडा शहर
मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा शहर छतरपुर जिले का नौगांव रहा, यहां तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया. इसके साथ ही नरसिंहपुर में 9 डिग्री, राजगढ़ में 9.4 डिग्री, रीवा में 9.9 डिग्री, मुरैना एवं शहडोल जिले के कल्याणपुर में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं नरसिंहपुर में कोल्ड डे रहा.
सिंगरौली सबसे प्रदूषित शहर
ठंड और कोहरे की वजह से मध्य प्रदेश के कई शहरों की हवा खराब हो रही है. हवा में पीएम 10, पीएम 2.5 और अन्य हानिकारक तत्वों की बढ़ोतरी से प्रदूषण बढ़ रहा है. प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर सिंगरौली रहा. मध्य प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट के अनुसार सिंगरौली में AQI 331 दर्ज किया गया. जो बहुत खराब श्रेणी में आता है. सागर में 260, पीथमपुर में 321, नरसिंहपुर में 307, मंडीदीप में 270, जबलपुर के मढ़ाताल में 175, इंदौर के छोटी ग्वालटोली में 257 और ग्वालियर के डीडी नगर में 296 AQI मापा गया. भोपाल सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है. शहर के टीटी नगर में AQI 306 दर्ज किया गया.
