MP News: परिवहन विभाग में पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा भारत लौट आया है. लोकायुक्त ने पत्र लिखकर सीआईडी से लुकआउट नोटिस जारी करने के लिए कहा था. इसके बाद सीईडी ने लुकआउट नोटिस जारी किया था. लोकायुक्त की छापेमारी के दौरान सौरभ मुंबई में था. वहां से दुबई भाग गया था. सौरभ पर आरोप है कि परिवहन चौकियों से अवैध वसूली करके उगाही की गई. इसके साथ ही RTO अधिकारियों को पैसे बांटे गए.
लोकायुक्त ने की थी छापेमारी की कार्रवाई
19 दिसंबर को लोकायुक्त की टीम ने सौरभ शर्मा के ठिकाने पर छापेमारी की थी. राजधानी भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में की गई कार्रवाई में 234 किलो चांदी और करीब 8 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे. इसके बाद दूसरी एजेंसियों ने सौरभ पर शिकंजा कसा. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कार्रवाई करते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसके साथ ही DRI ने भी मामले दर्ज किया था.
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मेंडोरी के जंगल से 52 किलो सोना बरामद हुआ था
छापेमारी के कुछ दिनों बाद भोपाल के ही मेंडोरी के जंगल से आयकर विभाग की टीम को सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान एक लावारिस कार मिली. इस कार से 52 किलो सोना बरामद किया गया था. ये कार ग्वालियर के RTO में रजिस्टर्ड है. इस कार का मालिक चेतन गौर निकला. चेतन, सौरभ शर्मा का दोस्त है. चेतन शर्मा ने पूछताछ में कई राज से खुलासे किए थे. उसने बताया था कि सौरभ उसके नाम का इस्तेमाल करता था. उसके नाम से प्रॉपर्टी भी खरीदी है.
IT को मिली थी सीक्रेट डायरी
सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान आयकर विभाग को एक सीक्रेट डायरी मिली थी. इस डायरी में 100 करोड़ रुपये के लेन-देन का जिक्र है. इसमें प्रदेश के 52 जिलों के RTO अधिकारियों को पैसे देने की बात है. किस अधिकारी को कितना पैसा दिया गया, इसका भी लेखा-जोखा है.