Shahdol Fire (कैलाश लालवानी की रिपोर्ट): जिला मुख्यालय के हृदयस्थल गांधी चौक में सोमवार सुबह एक भीषण अग्निकांड की घटना ने पूरे शहर को दहला दिया. यहां स्थित हरियाणा हैंडलूम में अचानक भड़की आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास की दर्जनों दुकानों, प्रतिष्ठानों, और एक होटल को अपनी चपेट में ले लिया.
आग की चपेट में आए प्रतिष्ठानों में भारतीय प्रेस, भारती टावर होटल, हरियाणा हैंडलूम, एक जिम, और कई अन्य दुकानें शामिल हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की लपटें इतनी तेज थीं कि तीन मंजिला इमारत कुछ ही देर में धुएं और आग से घिर गई. सबसे चिंताजनक बात यह है कि होटल में कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.
रेस्क्यू जारी, आग नहीं थम रही
पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. हालांकि, लगातार उठती लपटों और गहरे धुएं के कारण राहत कार्यों में भारी दिक्कतें आ रही हैं. दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन एक गाड़ी पानी खत्म होने के बाद वापस लौट गई, जबकि दूसरी तकनीकी खराबी के कारण आग बुझाने में पूरी तरह फेल हो गई.
फायर ब्रिगेड की नाकामी पर सवाल
स्थानीय लोगों में गुस्सा है. उनका कहना है कि अगर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था चुस्त होती, तो आग पर शुरू में ही काबू पाया जा सकता था. लेकिन संसाधनों की कमी और समन्वयहीनता ने स्थिति को और बिगाड़ दिया. अन्य क्षेत्रों से अतिरिक्त दमकल गाड़ियाँ बुलवाई जा रही हैं, लेकिन तब तक कई दुकानें जलकर पूरी तरह खाक हो चुकी हैं.
शॉर्ट सर्किट की आशंका
अब तक आग लगने के कारण की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन शॉर्ट सर्किट या ज्वलनशील सामग्री के संपर्क में आने की आशंका जताई जा रही है. प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है.
सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल
यह हादसा एक बार फिर गांधी चौक जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में अग्निसुरक्षा के इंतज़ामों की पोल खोलता है. यहां की कई व्यावसायिक इमारतें आज भी अग्निसुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर संचालित हो रही हैं. जिस इमारत में आग लगी, वहां एक ही बिल्डिंग में होटल, हैंडलूम, प्रेस और जिम चल रहे थे — जो खुद में प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है.
