MP News: मध्य प्रदेश के श्योपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शासकीय स्कूल में विद्यार्थियों को मिड-डे मील का खाना जमीन पर ही परोसा दिया. एक शख्स ने इस पूरे मामले को कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. इसके बाद पूरा मामला वायरल हो गया है. वहीं ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) का कहना है कि जांच की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गुरुवार (6 नवंबर) को एक वीडियो सामने आया है जो हैरान करने वाला है. श्योपुर जिले के विजयपुर क्षेत्र के हुल्लपुर में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की परवाह ना करते हुए खाना जमीन पर परोस दिया गया. बच्चों को स्कूल की बिल्डिंग के बाहर बैठाया गया. उन्हें दीवार के सहारे जमीन पर बैठा दिया गया और पेपर पर ही रोटी-सब्जी परोस दी गई. इस पूरे मामले को एक शख्स से रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. इसके बाद ये मामला वायरल हो गया है.
जांच की जा रही है- BEO
विस्तार न्यूज़ से बात करते हुए BEO हरिशंकर गर्ग ने कहा कि मैंने इस बारे में जांच की है और इस पूरे मामले का पत्र बनाकर एसडीएम को भेजा जा रहा है. स्टाफ की लापरवाही की वजह से ये मामला सामने आया है. पांच रसोइए होना चाहिए लेकिन तीन ही रसोइए हैं. उन्होंने आगे कहा कि वीडियो सामने आने के बाद इस संबंध में जानकारी मिली.
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क्या है मिड-डे मील योजना?
मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन योजना), जिसे अब पीएम-पोषण योजना के नाम से जाना जाता है. ये भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर के समय मुफ्त और पौष्टिक भोजन प्रदान करती है. योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करना और स्कूल में उनकी उपस्थिति बढ़ाना है। यह योजना प्राथमिक (कक्षा 1-5वीं) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6वीं-8वीं) स्तर के बच्चों को कवर करती है.
