Jyotiraditya Scindia: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के छात्र मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर पहुंचे. दुनिया की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी में से एक अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के ‘इंडिया ट्रेक’ समूह ने इस दौरान केंद्रीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की. सिंधिया ने छात्रों को जय विलास पैलेस आने के लिए आमंत्रित किया. पैलेस में छात्रों ने उनसे बातचीत की. साथ ही शाही नाश्ते का आनंद भी लिया. छात्रों ने मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भारत के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास के बारे में सवाल पूछे.
ग्वालियर पहुंचा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों का समूह
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी में से एक अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा गठित ‘इंडिया ट्रेक’ समूह का ग्वालियर पहुंचा. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छात्रों के समूह से मुलाकात की. उन्होंने अपने घर जय विलास पैलेस में ने छात्रों के समूह को नाश्ते पर आमंत्रित किया.
छात्रों ने जानें राजनेता के अनुभव
‘इंडिया ट्रेक’ समूह के अमेरिकी छात्रों ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारत के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास पर चर्चा की. साथ ही इस दौरान सिंधिया से एक राजनेता के तौर पर उनके अनुभवों को जानने की इच्छा जाहिर की.
सवालों के दिए जवाब
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए कहा- ‘न तो मैं राजनेता हूं और न ही मैं राजनीति करता हूं क्योंकि लोगों के लिए राजनीति का मतलब कुछ और होता है! सदियों से सिंधिया परिवार ने केवल जनसेवा में अपना भरोसा जताया है. मैं भी इसी भरोसे को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा हूं.’
सिंधिया ने छात्रों से संवाद के दौरान मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बारे में बात करते हुए कहा कि आज सरकार की योजनाओं का धरातल पर 100% क्रियान्वयन ही लक्ष्य है. उन्होंने छात्रों को बताया कि किस प्रकार आज भारत ने डिजिटल क्रांति करते हुए UPI के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है. इससे प्रभावित होकर फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी इस सेवा को अपने देश में शुरू करने का फैसला लिया है.
क्या है हार्वर्ड का इंडिया ट्रेक समूह
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा शुरू की गई ‘इंडिया ट्रेक समूह’ एक शैक्षणिक और सांस्कृतिक पहल है. इसके जरिए छात्र भारत के अलग- अलग शहरों का दौरा करके देश के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पहलुओं को जानने- समझने की कोशिश करते हैं.