Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए सुशील नथानियल का शव इंदौर लगाया गया. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान मृतक के परिजन फूट-फूट कर रोने लगे. मुख्यमंत्री ने परिजनों को ढांढस बंधाया और उनसे कहा कि इस दुख की घड़ी में प्रदेश ही नहीं पूरा देश आपके साथ है.
पत्नी को छिपाकर खुद आतंकियों के सामने चले गए
सुशील नथानियल वीणा नगर में रहते थे. वो आलीराजपुर स्थित एलआईसी की सैटेलाइट शाखा में तैनात थे. पिछले हफ्ते ही वो अपनी पत्नी बेटे ऑस्टिन गोल्डी और बेटी आकांक्षा के साथ कश्मीर घूमने गए थे. जब आतंकियों ने हमला किया तो सुशील ने पत्नी को छिपा दिया और खुद आतंकियों के सामने चले गए. इस दौरान आतंकियों ने उनका धर्म पूछकर गोली मार दी. आतंकियों ने बेटी आकांक्षा के पैर में भी गोली मारी है.
ईसाई धर्म बताते ही गोली मार दी
आतंकियों ने सुशील नथानियल को घुटनों पर बैठने के लिए कहा. इसके बाद उन्हें कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया. जब सुशील ने अपना धर्म ईसाई बताया तो आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी.
आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर 28 लोगों की जान ले ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर 28 लोगों की हत्या कर दी. अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने लोगों की जान चली गई. ये हमला ऐसे वक्त पर हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे पर थे. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत के दौरे पर आए हुए हैं. पहलगाम में आतंकी हमले से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने बताया था कि हिंदू और मुसलमानों के बीच फर्क होता है. साथ ही उन्होंने कहा था कि दुनिया की कोई ताकत कश्मीर को पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती है.
