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Indore: जमीन के अंदर दौड़ेगी इंदौर मेट्रो, 12 किलोमीटर अंडरग्राउंड हिस्‍से को मिली केंद्र की मंजूरी

Indore Metro

इंदौर मेट्रो

Indore News: इंदौर मेट्रो परियोजना के अंडरग्राउंड सेक्शन को केंद्र सरकार से भी हरी झंडी मिल गई है. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी दी कि केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है. उन्होंने इसे इंदौर के सुव्यवस्थित, आधुनिक और भविष्य को ध्यान में रखकर किए जा रहे विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कदम बताया है. लंबे समय से शहरवासियों की ओर से अंडरग्राउंड मेट्रो की मांग की जा रही थी, जिसे अब केंद्र की मंजूरी के साथ आगे बढ़ाया जा सकेगा.

मेट्रो अंडरग्राउंड हिस्‍से में बदलाव की तैयारी

केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद मेट्रो के अंडरग्राउंड हिस्से की योजना में बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है. पहले जहां सात अंडरग्राउंड स्टेशनों का प्रस्ताव था, अब इसमें एक स्टेशन और जोड़ने की संभावना है. इसके साथ ही करीब तीन किलोमीटर अतिरिक्त अंडरग्राउंड ट्रैक भी प्रस्तावित किया गया है, जिससे अंडरग्राउंड मेट्रो की कुल लंबाई 9 किलोमीटर से बढ़कर लगभग 12 किलोमीटर हो जाएगी. हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में इस संशोधित प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसके बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा गया था. अब केंद्रीय मंत्री द्वारा इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है.

अंडरग्राउंड स्‍टेशनों की बढ़ेगी संख्‍या

मौजूदा योजना के अनुसार इंदौर में कुल 29 मेट्रो स्टेशन होंगे, जिनमें से अंडरग्राउंड स्टेशनों की संख्या पहले सात तय की गई थी. नए बदलाव के तहत एक स्टेशन बंगाली कॉलोनी की ओर बढ़ाया जाएगा और खजराना की दिशा से मेट्रो को स्लोप के माध्यम से अंडरग्राउंड ले जाया जाएगा. सुपर कॉरिडोर से गांधी नगर के बीच यलो लाइन पर पांच स्टेशन प्रस्तावित हैं. फिलहाल 16 मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य चल रहा है. अंडरग्राउंड रूट में एयरपोर्ट से बंगाली कॉलोनी तक का हिस्सा शामिल किया गया है, जहां मल्हारगंज, नगर निगम, रीगल और एयरपोर्ट क्षेत्र में परीक्षण हो चुका है और कुछ स्थानों पर खुदाई का काम भी शुरू हो गया है.

17 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर का ट्रयल रन हुआ पूरा

गांधी नगर से रेडिसन चौराहा तक करीब 17 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर पर ट्रायल रन पूरा किया जा चुका है और मार्च तक मेट्रो संचालन शुरू करने की तैयारी की जा रही है. हालांकि अभी छह किलोमीटर के हिस्से में मेट्रो चल रही है, लेकिन वहां यात्रियों की संख्या अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिल पा रही है. केंद्र की मंजूरी के बाद अब अंडरग्राउंड मेट्रो के काम में तेजी आने की उम्मीद है.

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