Ujjain News: हिंदू कैलेंडर के सबसे पवित्र महीने में से एक सावन के पहले दिन शिवालयों में भक्तों की भीड़ दिखाई दे रही है. उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों को तांता लगा हुआ है. श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. पवित्र महीने के पहले दिन बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया और आरती की गई.
रात 12 बजे से ही मंदिर पहुंचे भक्त
वैसे तो पूरे साल ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शनों के लिए आते हैं. लेकिन श्रावण मास में ये आंकड़ा दो गुना से भी अधिक हो जाता है. शुक्रवार से श्रावण मास की शुरूआत हुई. जिसके चलते रात 12 बजे से श्रद्धालु मंदिर पहुंच गए थे. तड़के 3 बजे गर्भगृह के पट खोले गए और भगवान को हरिओम जल चढ़ाया गया.
मध्य प्रदेश | श्रावण मास के पहले दिन उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में की गई भस्म आरती #sawan2025 #sawanmonth #Mahadev #mahakal pic.twitter.com/7sUf1mLzOS
— Vistaar News (@VistaarNews) July 11, 2025
बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार
सावन महीने के पहले दिन दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक हुआ. अभिषेक पूजन के उपरान्त भांग और सूखे मेवे से भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया. भगवान के इस निराकार से साकार रूप को देखने के लिए हजारों भक्त मंदिर में उपस्थित थे. किसी ने इस दृश्य को साक्षात देखा, तो किसी ने मंदिर परिसर में लगी हुई एलईडी स्क्रीन पर उनके रूप को निहारा. पूजन श्रृंगार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भगवान महाकाल को भस्म आर्पित की गई.
महानिर्वाणी अखाड़े के मंहतों ने भगवान महाकाल को भस्मीभूत किया. भस्मीभूत होने के बाद सुबह की पहली और प्रसिद्ध भस्म आरती आरंभ हुई. घंटे, घड़ियाल, झांज-मंजीरे और शंख ध्वनि के बीच सृष्टि के अधिपति की आराधना की गई. ये दृश्य मंदिर में उपस्थित जिस भी श्रद्धालु ने देखा, उसने खुद को सौभग्यशाली माना.
