Vijay Shah: कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ विवादित देकर MP सरकार के मंत्री विजय शाह (Vijay Shah) बुरी तरह फंस गए हैं. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट (MP High Court) की सख्ती के बाद उनके खिलाफ इंदौर में FIR दर्ज कर ली गई है. इस बीच मंत्री विजय शाह ने MP हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे मंत्री विजय शाह
कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान के देने के मामले में MP हाई कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ स्वत: संज्ञान लिया. न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और न्यायमूर्ति अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ ने पुलिस को मंत्री शाह के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए. इसके बाद 14 मई की देर रात इंदौर में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई. इस बीच मंत्री शाह को पद से इस्तीफे और गिरफ्तारी का डर सताने लगा है, जिस कारण वह सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं.
विजय शाह ने सुप्रीम कोर्ट में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ याचिका दाखिल की है. साथ ही उन्होंने इस याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई की मांग भी की है.
हाई कोर्ट में हाजिर होंगे विजय शाह: सूत्र
सूत्रों के मुताबिक मंत्री विजय शाह 15 मई को हाई कोर्ट में हाजिर हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक वह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में पेश होकर माफी मांग सकते हैं.
सता रहा इस्तीफे और गिरफ्तारी का डर?
विजय शाह के खिलाफ हाई कोर्ट की सख्ती और देश भर में हो रहे विरोध के बाद विजय शाह को इस्तीफे और गिरफ्तारी का डर सताने लगा है. BJP की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व CM उमा भारती समेत कांग्रेस नेताओं ने विजय शाह के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग की है. वहीं, FIR दर्ज होने के बाद अब उन्हें गिरफ्तारी का भी डर सता रहा है.
हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान
14 मई 2025 को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने इस पूरे मामले में स्वत: संज्ञान लिया. न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और न्यायमूर्ति अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ ने इस मामले में सुनवाई करते हुए तुरंत FIR दर्ज करने का आदेश दिया.
‘कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ गटर की भाषा का इस्तेमाल’
कोर्ट ने आदेश में कहा- ‘विभिन्न अखबारों और डिजिटल मीडिया में सोमवार को महू के अंबेडकर नगर के रायकुंडा गांव में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हुई घटना के कारण इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेने के लिए यह अदालत मजबूर हुई है. मध्यप्रदेश सरकार के एक मौजूदा मंत्री, जिनका नाम विजय शाह है, ने भारतीय सेना की एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ ‘अभद्र भाषा’ का इस्तेमाल किया है.’
कोर्ट ने कहा- ‘सशस्त्र बल, शायद इस देश में मौजूद आखिरी संस्थान है, जो ईमानदारी, उद्योग, अनुशासन, बलिदान, नि:स्वार्थ भाव, चरित्र, सम्मान और अदम्य साहस को दर्शाता है और जिसे इस देश का हर नागरिक अपनी पहचान समझता है, उसे विजय शाह ने निशाना बनाया है. उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ गटर की भाषा का इस्तेमाल किया है.’
