Leela sahu Video: मध्य प्रदेश के सीधी जिले की लीला साहू का एक वीडियो फिर सामने आया है. वीडियो में लीला साहू ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपने गांव की सड़क बनवाने की अपील की है. वीडियो में उन्होंने कहा, ‘आपको क्या लगता है कि हम चुप बैठेंगे. नहीं ऐसा नहीं होगा. हम अपनी रोड की हालत दिखाते रहेंगे. यहां से एक बाइक नहीं गुजर सकती. नितिन गडकरी जी क्या हमारे गांव में 10 किलोमीटर की सड़क नहीं बनवा सकते हैं.’
मध्य प्रदेश | सीधी की लीला साहू ने फिर लगाई सड़क के लिए गुहार. बोलीं, "नितिन गडकरी जी हमारे गांव की सड़क बनवा दीजिए"#MadhyaPradesh #Sidhi #LilaSahu #BJP #Roads #NitinGadkari #VistaarNews pic.twitter.com/lUb6cHKDZ1
— Vistaar News (@VistaarNews) June 25, 2025
‘पिछले एक साल से मैं इस पर काम कर रही हूं’
लीला साहू गड्डी खुर्द से सेंधवा और गजरी तक सड़क बनवाने के लिए परेशान हैं. लीला साहू ने खराब पड़ी सड़कों के सामने खड़े होकर वीडियो बनाया है. इसमें उन्होंने बताया, ‘मैं लीला साहू अपने गांव की सड़क के लिए लगातार 1 साल से आवाज उठा रही हूं. पिछले बरसात से पहले हमारा एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें मैंने माननीय प्रधानमंत्री जी से अपील करते हुए सड़क की मांग की थी. इसके बाद सांसद महोदय ने हमें आश्वासन दिया गया था कि हम बरसात के बाद आपके गांव की सड़क में काम शुरू करा देंगे.
PMGSY सड़क विभाग के अधिकारियों द्वारा भी आश्वासन दिया गया था कि DPR बनाकर प्रस्ताव भेज दिया गया है. जल्द ही स्वीकृत के उपरांत आपके गांव की सड़क बनना शुरू हो जाएगी. लेकिन दूसरी बरसात आ गई. अभी तक हमारे गांव की सड़क स्वीकृत ही नहीं हुई. ऐसे में मुझे लग रहा है कि सांसद जी और अधिकारियों द्वारा हमें खाली आश्वासन ही दिया जा रहा है. इस तरह आश्वासन तो यहां के लोगों को 20 साल से मिल रहा है इसलिए मैं मानती हूं कि हमें लगातार इस सड़क के लिए आवाज उठाते रहना चाहिए.’
‘मैं आवाज उठाती रहूंगी चाहें जितना समय लगे’
वीडियो में लीला साहू ने कहा कि मैं हार मानने वाली नहीं हूं. लगातार कोशिश करती रहूंगी. उन्होंने बताया, ‘यहां के लोगों को चलने में कितनी परेशानी हो रही है. यहां ना तो एंबुलेंस आती हैं ना तो कोई बस चल पाती है, और ना तो मोटरसाइकिल चल पाती है. यहां की समस्या को हम अपने वीडियो के माध्यम से जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को दिखाते रहेंगे.
मैंने एक बार धरना प्रदर्शन करने के लिए अधिकारियों को चेतावनी दी थी. उस वक्त हमारे गांव के सरपंच सचिव और PMGSY सड़क विभाग के अधिकारियों द्वारा हमारे घर आकर हमें समझाया गया कि आप ऐसा ना करिए एक-दो महीने बाद काम शुरू हो जाएगा. लेकिन परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ. मैं सभी की बातों को मानकर सबको समय देती गई, लेकिन कोई काम नहीं हुआ. जब तक हमारे गांव की सड़क बनना शुरू नहीं हो जाती, मैं आवाज उठाती रहूंगी चाहे जितना समय लग जाए.’
