Swapnil Wankhede: इन दिनों दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े सुर्खियों में बने हुए हैं. जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर ने पटवारी को सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद पटवारियों का समूह कलेक्ट्रेट पहुंचा था और बर्खास्तगी पर नाराजगी जताई. इस पर कलेक्टर का रिएक्शन वायरल हो रहा है. उन्होंने तरीके से पटवारियों को समझाते हुए कहा कि दबाव बनाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पटवारियों को कलेक्टर की दो-टूक
दतिया जिले में 18 दिसंबर को जनसुनवाई में शिकायत पर सुनवाई करते हुए पटवारी शैलेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया था. इस कार्रवाई के खिलाफ पटवारियों के समूह ने नाराजगी जताई. कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे पटवारियों को कलेक्टर ने दो टूक कहा दिया कि नेताओं के जरिए प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं होगी. उन्होंने ये भी कहा कि आप 60-70 लोग यहां आकर खड़े हो जाओगे तो क्या मैं दब जाऊंगा? ऐसा नहीं होने वाला है. भगवान और माई मेरे साथ हैं.
कलेक्टर वानखड़े ने आगे कहा कि किसी मुद्दे पर बात करनी है तो 3 से 4 प्रतिनिधि आ सकते हैं, लेकिन बार-बार इस तरह झुंड बनाकर आना गलत है बल्कि प्रशासन पर जानबूझकर दबाव बनाने की कोशिश है. पटवारियों का समूह 15 दिनों में दूसरी बार पहुंचा था. सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल वीडियो के बारे में उन्होंने कहा कि वो वीडियो मेरे अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से नहीं हुआ है.
ये भी पढ़ें: क्या है गौचर रोग? बड़वानी का 5 साल का मासूम इस गंभीर बीमारी से जूझ रहा, हर महीने इंजेक्शन पर 8 लाख तक का खर्च
चौथे प्रयास में IAS बनें स्वप्निल वानखड़े
दतिया जिले के कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े महाराष्ट्र के अमरावती जिले के रहने वाले हैं. इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद तीन नौकरी की. वे चौथे प्रयास में भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बने. वानखड़े ने 132वीं रैंक हासिल की थी. साल 2016 बैच के IAS अधिकारी हैं. इससे पहले उनका चयन साल 2013 में असिस्टेंट कमांडेंट पद पर हुआ था.
