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‘गंगा के किनारे वो मरे नहीं, मोक्ष पाए हैं’… महाकुंभ भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर बोले पंडित Dhirendra Shastri

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पंडित धीरेंद्र शास्त्री

Maha Kumbh Stampede: मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ (Maha Kumbh) में भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत हो गई. श्रद्धालुओं की मौत पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र (Dhirendra Krishna Shastri) कृष्ण शास्त्री का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि यह घटना निंदनीय थी, लेकिन कोई गंगा के किनारे मरेगा तो वह मरेगा नहीं मोक्ष पाएगा.

‘वो मरे नहीं, मोक्ष पाए हैं’

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- ‘यहा बहुत निंदनीय घटना है. देश में प्रतिदिन करोड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. कुछ तो दवाओं की कमी के कारण, कुछ स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण और कुछ लोग दिल का दौरा पड़ने से मारे जाते हैं. महाकुंभ में हुई यह घटना निंदनीय और बहुत ही विचित्र है, लेकिन– यह महाप्रयाग है. मृत्यु तो सबकी निश्चित है. एक दिन सभी को मरना है. अगर कोई गंगा के किनारे मरेगा तो उसे मृत्यु नहीं, मोक्ष मिलेगा.’

नेहा सिंह राठौर ने दी प्रतिक्रिया

पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान पर नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘ये बाबा बोल रहा है कि गंगा के किनारे भगदड़ में कुचल कर मारे गए लोगों को मोक्ष मिलेगा. अगर ये मोक्ष पाने का तरीका है तो सारे VIP और ये बाबा भगदड़ में क्यों नहीं कूद पड़े?’

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नेहा ने एक और पोस्ट करते हुए लिखा- ‘हिंदू 100% खतरे में है. उसे इनके जैसे सरकारी बाबाओं से खतरा है. पहले ये बोला कि जो महाकुंभ नहीं आएगा वो देशद्रोही है. फिर बोला जो महाकुंभ की भगदड़ में मरे उन्हें मोक्ष मिलेगा.’

मौनी अमावस्या पर मची थी भगदड़

29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर दूसरे अमृत स्नान के लिए महाकुंभ में संगम तट पर बैरिकेड टूटने से भगदड़ मच गई थी. भगदड़ मचने से जमीन पर लेटे और बैठे श्रद्धालुओं पर बाकी श्रद्धालुओं की भीड़ चढ़ गई. इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 लोग घायल हो गए.

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